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पूर्वोत्तर सुलगा, सीएम के घर हमला

पूर्वोत्तर सुलगा, सीएम के घर हमला

पूर्वोत्तर सुलगा, सीएम के घर हमला
प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन फूंका, कई जगह कफ्र्यू, सेना अलर्ट, हवाई सेवाएं रद्द
गुवाहाटी में सीआरपीएफ की दस कंपनियां तैनात, 5000 जवान पहुंचे
अगरतला में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें, लाठीचार्ज
असम में 80 के दशक के बाद सबसे बड़ा आंदोलन, इंटरनेट हुआ बंद
 राज्यसभा से नागरिकता संशोधन बिल-2019 पास होते ही पूर्वोत्तर सुलग गया है। कई जगहों पर प्रदर्शन हिंसक का दौर जारी है। देर रात असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के डिब्रूगढ़ स्थित आवास और केंद्रीय राज्यमंत्री रामेश्वर तेली के दुलियाजन स्थित आवास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। गुवाहाटी के होटल ताज में जापानी पीएम शिंजो आबे के स्वागत में बनाया गया रैंप भी जला दिया गया। असम के चाबुआ और पानीटोला स्टेशन को आग लगा दी गई। गुवाहाटी में शाम से बेमियादी कफ्र्यू लगाना पड़ा। असम के दस जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बृहस्पतिवार शाम सात बजे तक बंद कर दी गई। असम में 31 ट्रेनें या तो रद्द करनी पड़ीं या उनका रूट घटा दिया गया। तिनसुखिया, जोरहाट और डिब्रूगढ़ में भी कफ्र्यू लगा दिया गया है। दोनों जगहों पर विश्वविद्यालय में परीक्षाएं 16 तक स्थगित कर दी गई हैं। त्रिपुरा में दूसरे दिन भी इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। विरोध-प्रदर्शन बेकाबू होता देख सरकार ने सेना की तीन टुकडिय़ों को भेजा है। इनमें से त्रिपुरा में दो और असम में एक टुकड़ी भेजी गई है। कश्मीर घाटी से सीआरपीएफ की 20 कंपनियां असम पहुंच गई हैं। शाम तक विशेष विमान से पांच हजार जवान गुवाहाटी पहुंच गए हैं। 

सचिवालय के बस को आग लगाई
नाराज प्रदर्शनकारियों ने दिसपुर में सचिवालय के पास एक बस को आग के हवाले कर दिया। गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और रबर की गोलियां तक चलानी पड़ीं। असम में अस्सी के दशक में हुए असम आंदोलन के बाद पहली बार इतनी बड़ी तादाद में आम लोग सड़कों पर उतरे हैं। प्रदर्शनकारियों के चलते गुवाहाटी एयरपोर्ट पर असम के सीएम सर्बानंद सोनेवाल कुछ देर के लिए फंसे रहे।
 
त्रिपुरा में प्रदर्शनकारी महिलाएं हिरासत में
त्रिपुरा के कंचनपुर और मानू में सेना की दो टुकडिय़ां सड़कों पर उतार दी गईं। अगरतला में पुलिस ने नागरिकता विधेयक का विरोध कर रही कुछ महिलाओं को हिरासत में ले लिया। ये महिलाएं केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही थीं और उनकी मांग थी कि इस राज्य को विधेयक से अलग रखा जाना चाहिए।

पुलिस के आंसू गैस के गोले पुलिस पर ही फेंके
नागरिकता विधेयक का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की राज्य सचिवालय के सामने पुलिस से झड़प हो गई। सचिवालय के सामने जमा छात्रों को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े। कुछ हिम्मती छात्रों ने इन गोलों को उठा कर वापस पुलिस की ओर फेंक दिया। गुस्साए छात्रों ने पुलिस का बैरीकेड भी तोड़ डाला। इस लाठीचार्ज में कई छात्र जख्मी हो गए। गुस्साए छात्रों ने कहा कि यह मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनेवाल सरकार की बर्बरता है। जब तक यह विधेयक वापस नहीं होता तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। असम के डिब्रूगढ़ में भी छात्रों की पुलिस से भिड़ंत हो गई।
 
असम जाने वाली फ्लाइट रद्द
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर पूर्वोत्तर में चल रहे विरोध के बाद स्पाइसजेट, विस्तारा, इंडिगो ने असम जाने वाली अपनी सभी फ्लाइट को रद्द कर दिया है।

प्रदर्शनकारियों ने फूंक दिया रेलवे स्टेशन
पूर्वोत्तर के नागरिक इस बिल का पुरजोर विरोध कर रहे हैं और इसे उनकी स्थानीय अस्मिता पर हमला मान रहे हैं। यही कारण है कि सड़कों पर प्रदर्शन हो रहा है। असम के छाबुआ, पानितोला रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया है और आग लगा दी। इसके अलावा दिब्रूगढ़, तिनसुकिया के रेलवे स्टेशन को अलर्ट पर रखा गया है। तिनसुकिया में ही सेना ने मार्च भी निकाला है।

कोर्ट में चैलेंज कर सकती है कांग्रेस
लोकसभा के बाद बुधवार को राज्यसभा में भी नागरिकता संशोधन बिल पास हो गया। इसके बाद विधेयक पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा लेकिन उससे पहले इस बिल को कोर्ट में चैलेंज करने की तैयारी हो रही है। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी इस बात की तस्दीक की है कि कांग्रेस इस बिल को कोर्ट में चैलेंज करेगी। चिदंबरम ने कहा था कि यह बिल कानून के सामने टिकेगा नहीं।

विरोध में आईपीएस ने दिया इस्तीफा
आईपीसी ऑफिसर अब्दुर रहमान ने नागरिकता संशोधन बिल पास होने के विरोध में नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। अब्दुर रहमान महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग में बतौर आईजीपी पोस्टेड थे। अब्दुर रहमान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया, 'नागरिकता संशोधन बिल संविधान के मूल ढांचा के खिलाफ है। मैं इस बिल की मुखालफत करता हूं। मैंने सविनय अवज्ञा में कल से ऑफिस नहीं जाने का फैसला किया है। आखिरकार मैं अपनी सेवा से इस्तीफा दे रहा हूं। 
 

रेलवे ने कई ट्रेन रद्द की, कई का समय बदला
नागरिकता विधेयक के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने कई ट्रेन रद्द कर दी और कई ट्रेन का समय बदल दिया। कम से कम 14 ट्रेनों रद्द किया गया है। कई रेलगाडिय़ों को गंतव्य स्थान से पहले ही रोक दिया गया है। अवध असम एक्सप्रेस को न्यू तिनसुकिया से चलाने का निर्णय लिया गया है। यह डिब्रूगढ़ और न्यू तिनसुकिया के बीच रद्द रहेगी। वहीं, लीडो गुवाहाटी इंटरसिटी एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़ फरकाटिंग गुवाहाटी इंटरसिटी एक्सप्रेस, नाहरलागुन तिनसुकिया इंटरसिटी एक्सप्रेस, डेकारगांव डिब्रूगढ़ इंटरसिटी एक्सप्रेस पूरी तरह से रद्द है।
 
पाक हिंदू शरणार्थी के घर जन्मी 'नागरिकता 
राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 पर हो रही चर्चा को राजधानी दिल्ली के अलग-अलग हिस्से में रह रहे पाक हिंदू शरणार्थी भी गौर से देख रहे थे। विधेयक पारित होने के बाद उनमें खुशी की लहर है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक पाक शरणार्थी महिला ने बिल पारित होने की खुशी में अपनी दो दिन की बेटी का नाम नागरिकता रख दिया। इस महिला ने कहा, यह मेरी दिली ख्वाहिश थी कि नागरिकता संशोधन विधेयक पारित हो जाए। बेटी की दादी मीरा दास ने कहा कि बच्ची का जन्म सोमवार को हुआ था और परिवार ने उसका नाम 'नागरिकता  रखने का फैसला किया जो राज्यसभा से अब पारित हो चुका है। मीरा ने भी लोकसभा में विधेयक के पारित होने की मन्नत मांगी थी और उस दिन उपवास रखा था। उन्होंने कहा, 'सुरक्षित पनाहगाह की तलाश में हम आठ साल पहले भारत आए थे। यह हमारा एकमात्र घर है लेकिन नागरिकता नहीं मिलने की वजह से हम दुखी थे। अब गर्व से कह सकते हैं कि हम भारतीय हैं और हम पक्षी की तरह उड़ सकते हैं। 

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