नागरिक संशोधन बिल भारतीय संविधान की मूल अवधारणा के बिलकुल विपरीत: संजय पुरी
आम आदमी पार्टी के नेता संजय पुरी ने कहा केंद्र की मोदी सरकार देश की चरमराई अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी की समस्या पर काबू पाने में बुरी तरह से असफल साबित हुई है। इससे मोदी और भाजपा की लोप्रियता में भारी गिरावट आई है। इस कारण बोखलाई सरकार देश की जनता को धार्मिक मामलों में उलझाये रखना चाहती है। नागरिक संशोधन बिल इसी घिनौनी राजनीति का परिणाम है। पुरी ने कहा कि यह बिल भारतीय संविधान की मूल अवधारणा के बिलकुल विपरीत है। धर्मनिरपेक्षता भारतीय संविधान की आत्मा है अपने हिंदु वोट बैंक को एक जुट रखने की कवायद में यह बिल लाया गया जिसने देश की एकता और अखंडता के लिये खतरा पैदा कर दिया है। संजय पुरी ने यह बात जनकपुरी विधानसभा के निगम वार्ड सीतापुरी के इलाके में मदीना मस्जिद के पास एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कही है। सभा का संचालन मौलाना अंसार रज़ा ने किया। इस अवसर पर जनक पुरी विधासभा के इलाके की मस्जिदों के इमाम व कई स्थानीय नेताओं ने संजय पुरी का फूल मालाओं के साथ बड़ी गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें मुस्लिम समाज के हितों की पैरवी करने वाला रहनुमा बताया। आम आदमी पार्टी तिलक नगर जिला की महिला विंग की अध्यक्ष रीना मेहरा, आम आदमी पार्टी जनक पुरी के अध्यक्ष अजय गिरी, निगम वार्ड 15 के अध्यक्ष रंजन मलिक, कब्रिस्थान वेलफेयर कमेटी के सदर मोहम्मद इकबाल महा सचिव अजीजु रहमान, अहमद अंसारी, व चाँद महोम्मद भी मौजूद थे। पुरी ने आरोप लगाया कि पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा समाज में घृणा और नफरत फैलाने की राजनीति कर रहे है जो उनके संवैधानिक मर्यादाओं के खिलाफ़ है। अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति उनका रवैया न केवल अशोभनीय है बल्कि शर्मनाक है। सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के उप राज्यपाल कार्यालय से लेकर संसद तक इस बात के लिए खूब हल्ला और शोर मचाया कि पश्चिम दिल्ली संसदीय इलाके में मुस्लिम समुदाय के लोगो ने सरकारी भूमि का अतिक्रमण करके गैर- क़ानूनी तरीके से मस्जिदों व मदरसों का निर्माण किया है और इन्हें तत्काल प्रभाव से तोड़ने की मांग की है। भाजपा सांसद के आरोपों की जाँच- पड़ताल करने लिये दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने पांच सदस्यों की तथ्य एवं जाँच समिति का गठन 24 जून 2019 को किया है। समिति के सदस्यों ने सभी कब्रिस्थानो/ मस्जिदों व मदरसों का निरिक्षण किया और इन के मालिकाना हक से सम्बधित दस्तावेजों की जाँच पड़ताल के पाया कि भाजपा सांसद के आरोप निराधार व बुनियाद है और राजनीति से प्ररित है। दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने अपनी यह रिपोट उप राज्यपाल व दिल्ली के मुख्य सचिव को सौंप दी है। पुरी ने भाजपा सांसद वर्मा से मांग की है कि वे तत्काल मुस्लिम समाज से माफ़ी मांगे। संजय पुरी ने जनक पुरी के मुस्लिम समाज के लोगो को भरोसा दिलाया कि वे डाबरी इलाके में डीडीए ने चार हजार गज जगह जो कब्रिस्तान बनाया था उस पर गैरकानूनी तरीके से कुछ लोगो ने कब्जा कर लिया और वंहा किसी को दफन करने नहीं दिया जाता पुरी के ऐलान किया कि जल्द डीडीए वंहा से अतिक्रमण को हटा कर उस जगह को मुस्लिम समुदाय को सौप देगा पुरी की इस घोषणा पर लोगो ने जबर्दस्त तरीके से तालियाँ बजाकर अपना आभार प्रकट किया है।
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नागरिक संशोधन बिल भारतीय संविधान की मूल अवधारणा के बिलकुल विपरीत: संजय पुरी