देर तक बैठने से बेहतर है घर के कुछ काम करने में लगाएं ऊर्जा
देर तक बैठकर टीवी देखने की अपेक्षा घर के कामों को अमेरिकी विशेषज्ञों ने भी सेहत के लिए उपयोगी करार दिया है। इनका कहना है कि इससे नौ तरह के कैंसर होने की आशंका को कम किया जा सकता है। विशेषज्ञों ने यह भी चेताया कि एक घंटे टीवी देखने से ही इन सभी आशंका कई गुना बढ़ जाती है। ई मैथ्यूज का कहना है कि हमें अधिक शारीरिक श्रम करने की जरूरत है। इससे भी ज्यादा जरूरी है कि हम जहां तक हो सके कम देर बैठें। चार्ल्स की अगुवाई में हुए नए शोध में दावा किया गया है कई घंटों तक बैठने से स्तन और कोलोन कैंसर के अलावा नौ अन्य तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसमें फेफड़े, सिर और गर्दन का कैंसर शामिल है। इस नए शोध से संबंधित जानकारी शनिवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस में साझा करते हुए डॉ.मैथ्यूज ने कहा कि एक घंटे टीवी देखने की अपेक्षा हल्की चहलकदमी की जा सकती है या घर का काम भी किया जा सकता है। उन्होंने ऑस्टिन, टेक्सास में अमेरिकन असोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस कान्फ्रेंस में कहा कि घर से बाहर जाने या कुछ कम करने की राह में सबसे बड़ा रोड़ा है टीवी। डॉ.मैथ्यूज का कहना है कि कुछ न करना या खाली बैठना सेहत के लिए सर्वाधिक नुकसानदेह होता है। हफ्ते में पांच घंटे तक हल्का कामकाज और दो से ढाई घंटे मे भारी मेहनत का काम करने सेहत के लिए अच्छा है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक काम करने से न सिर्फ छरहरी काया बनी रहती है, बल्कि असमय मौत का खतरा भी कोसों दूर रहता है। हृदय संबंधी बीमारी,आघात,टाइप2 डायबिटीज, उच्च रक्तचाप,मस्तिष्क संबंधी बीमारियां,सांस संबंधी बीमारियां और कैंसर से मौत का खतरा बढ़ जाता है। सात से साढ़ सात घंटे तक हल्के से भारी काम या व्यायाम किया जा सकता है। इससे असमय मौत की आशंका 20 फीसदी तक घट जाती है।
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देर तक बैठने से बेहतर है घर के कुछ काम करने में लगाएं ऊर्जा