नागरिकता कानून पर बवाल जारी, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
शाह के घर की सुरक्षा कड़ी
नागरिकता कानून को लेकर देश में बवाल बढ़ता जा रहा है। यूपी के कई कॉलेजों में प्रदर्शन जारी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जामिया व अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों पर पुलिसिया कार्रवाई के मसले पर आज सुनवाई करने का निर्णय किया है। हालांकि, मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की पीठ ने कहा, पहले हम यह आश्वस्त होना चाहते हैं कि शांति कायम रहे। अगर आप इसे सड़क पर ले जाना चाहते हैं तो आप करें, ऐसे में आप लोग हमारे पास मत आइए। शांति बहाल होने पर ही हम देखेंगे कि हम क्या कर सकते हैं। इस बीच गृहमंत्री अमित शाह के घर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
असम में आज से पूरी तरह हटेगा कफ्र्यू
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के चलते असम में बिगड़े हालात को लेकर राज्य सरकार ने सब कुछ सामान्य होने की बात कही है। साथ ही अपने दावे को पुख्ता करते हुए सरकार ने कर्फ्यू हटाने का फैसला भी किया है। असम में भाजपा विधायक हिमंत बिस्वा सरमा के मुताबिक असम सरकार ने मंगलवार से कफ्र्यू (रात का कफ्र्यू भी) को पूरी तरह हटाने का निर्णय किया है। इसके साथ ही ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा भी मंगलवार से बहाल हो जाएगी। इससे पहले सोमवार को गुवाहाटी में दिन का कफ्र्यू हटाया गया था। असम के स्कूल-कॉलेज 22 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोकने के लिए 16 दिसंबर तक इंटरनेट सेवाएं बंद रखने का एलान किया गया था।
कई जगह बढ़ाई गई सुरक्षा
दिल्ली पुलिस को खुफिया विभाग से इनपुट्स मिले हैं कि नागरिक संशोधन कानून के विरोध में नई दिल्ली में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हो सकता है। पुलिस ने इन जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी है। प्रदर्शन वाली जगहों पर 24 घंटे के लिए पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। नई दिल्ली आने वाले रास्तों पर बैरिकेड लगाकर की सघन जांच की जा रही है। दिल्ली के अन्य हिस्सों में भी पुलिस को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। स्पेशल ब्रांच से इनपुट्स मिले हैं कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लोग संसद भवन, इंडिया गेट, जंतर-मंतर, संसद भवन, राजपथ, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास, पटेल चौक और मिंटो रोड पर प्रदर्शन कर सकते हैं या फिर जमा हो सकते हैं। प्रदर्शनकारी हिंसक भी हो सकते हैं। इनपुट्स मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने इन जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी है और दो शिफ्टों में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। खासकर संसद भवन व गृहमंत्री आवास की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। सुनहरी मस्जिद रोड टी पाइंट से रोड बंद कर दिया गया है।
कन्हैया ने लगाए आजादी के नारे
बिहार के पूर्णिया में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में यहां सोमवार को जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि हमें सावरकर के सपनों का नहीं, बल्कि भगत सिंह और अंबेडकर के सपनों का भारत बनाना है। इस दौरान कन्हैया ने एक बार फिर से आजादी के नारे लगाए। उन्होंने एनआरसी के नतीजों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि यह हिंदू-मुसलमान का मामला नहीं है, बल्कि यह संविधान से जुड़ा मामला है। संविधान को दूषित होने से बचाने का मामला है। पूर्णिया के इंदिरा गांधी स्टेडियम में सीएए और एनआरसी के विरोध में आयोजित जन प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए कन्हैया ने कहा,'यह लड़ाई एक दिन की नहीं है। यह लड़ाई लंबी चलेगी।Ó उन्होंने इसके लिए युवाओं के जोश और होश में रहने की जरूरत बताते हुए कहा कि इस लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाना है।
आज राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा विपक्ष
नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है। विपक्ष की ओर से दावा किया जा रहा है कि यह कानून सांप्रदायिक है, इसे केंद्र सरकार वापस ले। वहीं अब इस मुद्दे पर विपक्ष राष्ट्रपति से आज मुलाकात करेगा। नागरिकता कानून को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन के मामले सामने आ रहे हैं। अब सभी विपक्षी दल इस मामले को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे। आज राष्ट्रपति कोविंद से देश के प्रमुख विपक्षी नेता मुलाकात करेंगे। विपक्षी दल के नेता शाम 4 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।
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