जबलपुर में विरोध के बाद हालात सामान्य
-सीएस के विरोध, दो जिलों को छोडकर प्रदेश भर में 144 लागू
प्रदेश के भोपाल और जबलपुर में कल केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद आज शनिवार सुबह हालत सामान्य है। प्रदर्शन के बाद जबलपुर के चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। पुलिस रातभर यहां गश्त करती रही, इसके साथ ही आस-पास के जिलों से भी पुलिस फोर्स को यहां बुला लिया गया है। उधर भोपाल में भी हालात शांतिपूर्ण हैं, प्रदेश के 50 जिलों में धारा 144 लागू की गई है। पुलिस सभी संवेदनशील इलाकों में तैनात की गई है। कल हुए प्रदर्शन के बाद कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना समाने नहीं आई है। भोपाल में कल सीएए को लेकर हुए प्रदर्शन के बाद आज शनिवार सुबह शहर में हालत सामान्य रहे। सभी संवेदनशील इलाकों और धार्मिक स्थलों पर पुलिस तैनात की गई है। शहर के सभी इलाकों में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई। कई स्कूल कॉलेज भी खुले हुए हैं। पुलिस और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार को नमाज के बाद हुए प्रदर्शन में करीब 10 हजार लोग शामिल हो गए थे। इनकलाब मैदान में प्रदर्शन पर 300 लोगों केस दर्ज किए गए है।
जबलपुर में सीएएस के विरोध में हिंसक प्रदर्शन के बाद चार थाना क्षेत्रों गोहलपुर, मिलौनीगंज, हनुमानताल, अधारताल में लगाया गया कर्फ्यू जारी है। रात में ही करीब रैपिड एक्शन फोर्स और एक हजार से ज्यादा पुलिस जवानों को आस-पास के जिलों से यहां बुला लिया गया था। कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में पुलिस ने लाउड स्पीकर से एनाउंसमेंट से किया किया कोई भी घर के बाहर न निकले। इसके साथ ही इन थाना क्षेत्रों की सभी गलियों में पुलिस फोर्स तैनात किया गया तो रातभर गश्त करते रहे। कर्फ्यू लगाए जाने के बाद यहां रात में कहीं से भी कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। मालूम हो कि शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जबलपुर दोपहर तीन बजे के बाद हजारों प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए। जुलूस में शामिल लोगों को पुलिस ने रोका तो उन्होंने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। हमले में लगभग 20 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए। 5 पुलिसकर्मियों को गंभीर चोट आई है। इसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। हालात बिगड़ते देख गोहलपुर, मिलौनीगंज, हनुमानताल, अधारताल क्षेत्र में कर्फ्यू घोषित किया गया है। पुलिसकर्मियों ने बताया कि पत्थर चलाने वाले 12 से 15 साल के बच्चे भी हैं। एसपी अमित सिंह ने बताया कि बच्चों को किसी भी कानून के बारे में जानकारी नहीं है। वहीं यह भी माना जा रहा है कि किसी ने उन्हें भड़काया है। पुलिस ने हालात काबू करने के लिए सैकड़ों अश्रु गैस के गोले छोड़े, जिससे भीड़ हटी, लेकिन अश्रु गैस का असर खत्म होते ही फिर से प्रदर्शनकारियों ने पत्थर बरसाए। सीएए को लेकर प्रतिक्रियाओं के मद्देनजर सरकार ने सभी कमिश्नर और कलेक्टरों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। जिन अधिकारियों के अवकाश स्वीकृत भी हो चुके हैं, वे भी निरस्त कर दिए गए हैं।
रीजनल
जबलपुर में विरोध के बाद हालात सामान्य -सीएस के विरोध, दो जिलों को छोडकर प्रदेश भर में 144 लागू