टाइप-2 डायबीटीज के रिस्क को काम कर सकती हैं कॉफी
कॉफी के शौकीन के लिए एक गुड न्यूज है। दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही बीमारी टाइप-2 डायबीटीज के रिस्क को कम करने में मदद कर सकती है, कॉफी लेकिन उबली हुई नहीं, बल्कि फिल्टर कॉफी। हाल ही में हुई एक नई रिसर्च में यह बात सामने आई है। कि आप कॉफी को किस तरीके से तैयार करते हैं इसका भी आपकी सेहत पर कई तरह से असर पड़ता है। अगर आप टाइप-2 डायबीटीज को काबू में रखना चाहते हैं,तब बॉइल की हुई कॉफी की जगह फिल्टर कॉफी पीने की आदत डालनी होगी। शोधकर्ता कहते हैं,फिल्टर कॉफी टाइप-2 डायबीटीज के विकास के जोखिम को कम करने के मामले में सकारात्मक प्रभाव डालती है। लेकिन उबली हुई कॉफी का यह प्रभाव नहीं होता। जिन लोगों ने दिन में 2-3 कप फिल्टर कॉफी पी, उनमें टाइप-2 डायबीटीज के मामले 60 प्रतिशत तक नियंत्रण में रहे।'
लैंडबर्ग कहते हैं, स्टडी में हिस्सा लेने वाले लोगों के खून में हमने स्पेशल बायोमार्कर्स को देखा है जो अलग-अलग तरह की कॉफी पीने पर शरीर पर क्या असर होता है इस दिखाता है। इन बायोमार्कर्स का इस्तेमाल टाइप 2 डायबीटीज के रिस्क को कैलकुलेट करने के लिए किया जाता है। उबली हुई कॉफी का सेवन करने का डायबीटीज रिस्क पर कोई असर नहीं हुआ। अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो ज्यादातर लोगों को लगता है कि कॉफी का हमारी सेहत पर सिर्फ नकारात्मक असर होता है
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टाइप-2 डायबीटीज के रिस्क को काम कर सकती हैं कॉफी