हिंसा के आरोपियों के घर पर पुलिस की रेड, घर पर ताला लगाकर भाग रहे लोग
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में पिछले हफ्ते लखनऊ में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। यूपी पुलिस ने हिंसा के बाद अब आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। इसके बाद दहाशत में लोग अपने घरों पर ताले लगाकर गायब हो गए हैं। साथ ही आरोपियों के घरों पर पुलिस रिकवरी नोटिस भेज रही है।यूपी पुलिस की ओर से अभी तक करीब 100 लोगों को रिकवरी नोटिस भेजा गया है। हालांकि लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई पर रोष जाहिर किया है।
इसके पहले लखनऊ प्रशासन ने हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। अभी तक 82 लोगों को नोटिस भेजा जा चुका है। इन सभी लोगों को अदालत में हाजिर होकर यह बताना होगा कि आखिर हिंसा में पहचाने जाने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। यूपी प्रशासन की ओर से यह नोटिस लखनऊ में हुए नुकसान की भरपाई के लिए भेजा जा रहा है। नोटिस उन लोगों को भेजा गया है,जिन्हें इस घटना के दौरान नुकसान हुई संपत्ति का जिम्मेदार माना गया है।
फोटो और वीडियो में पहचान के बाद नुकसान के लिए जो लोग जिम्मेदार माने गए हैं, उन्हें नोटिस भेजा गया है। आरोपी लोगों को नोटिस का जवाब देने के लिए एक महीने का समय दिया गया है। जवाब न देने पर आरोपियों से जिला प्रशासन वसूली शुरू करेगा। वसूली नहीं होने पर कुर्की का आदेश जारी किया जाएगा।
213 एफआईआर दर्ज
लखनऊ में हुई गिरफ्तारी पर डीजीपी मुख्यालय ने आंकड़े जारी किए थे। सीएए के खिलाफ प्रदर्शन, तोड़फोड़ और आगजनी में 10 दिसंबर से अबतक की कार्रवाई में पूरे प्रदेश में अबतक कुल 213 एफआईआर दर्ज हुई। जबकि 925 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। साथ ही 5558 लोगों के खिलाफ निषेधात्मक कार्रवाई की गई है।वहीं सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट डालने के मामलों में 81 एफआईआर दर्ज की गई है। 120 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 7513 ट्विटर पोस्ट, 9076 फेसबुक पोस्ट, 172 यूट्यूब वीडियो पर कार्रवाई की गई है।
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हिंसा के आरोपियों के घर पर पुलिस की रेड, घर पर ताला लगाकर भाग रहे लोग