कर्नाटक भी जब्त करेगा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की संपत्ति
कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश का अनुकरण करते हुए संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ होने वाले प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों की संपत्तियां जब्त करेगी। नए नागरिकता कानून का बचाव करते हुए अशोक ने कहा भारत कोई धर्मशाला नहीं है। यहां हर किसी को कानून का पालन करना होगा।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को कानून का पालन करना चाहिए और सरकार को इस तरह की कार्रवाई करने का मौका नहीं देना चाहिए। अशोक ने कहा जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार ने हिंसा में लिप्त लोगों की संपत्तियों को जब्त करने का फैसला किया है, उसी तरह यदि कर्नाटक में भी हिंसा हुई, तो यहां भी ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, कर्नाटक भाजपा की महासचिव और सांसद शोभा करंदलाजे ने भी राज्य सरकार से उन लोगों की पहचान करने का आग्रह किया है, जिन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि संपत्ति को पहुंचाए गए नुकसान की भरपाई उन्हीं से की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा उन्हें किसी भी तरह छोड़ा नहीं जाना चाहिए। किसी को भी सार्वजनिक संपत्ति नष्ट करने का अधिकार नहीं है। किसी मुद्दे पर विरोध करने का सबको अधिकार है, लेकिन अगर कोई सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करता है तो उन्हें इसका भुगतान करना होगा। उल्लेखनीय है कि राज्य में पिछले सप्ताह नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान करोड़ों रुपए की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था। मेंगलुरु में पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई थी।
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