YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

रीजनल नार्थ

सुरक्षाबलों ने नये साल में तेज ‎किए आतंकरोधी अभियान

सुरक्षाबलों ने नये साल में तेज ‎किए आतंकरोधी अभियान

सुरक्षाबलों ने नये साल में तेज ‎किए आतंकरोधी अभियान
सुरक्षाबलों ने आतंकियों की साजिशों को नाकाम बनाने के लिए नई रणनीति के तहत काम शुरू कर दिया है। इसके ‎लिये जम्मू-श्रीनगर हाईवे और जम्मू प्रांत के आतंकवाद प्रभावित इलाकों में आतंकरोधी अभियान शुरू किए गए हैं। सभी सुरक्षा एजेंसियों को आतंकी हमलों से निपटने के लिए अपने क्विक एक्शन व रिएक्शन टीमों को चिन्हित स्थानों पर तैनात करने का निर्देश भी दिया गया है। इसके तहत जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह भी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को आतंकियों के सफाए के निर्देश दे चुके हैं। दरअसल, विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां पहले ही आशंका जता चुकी हैं कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी जम्मू कश्मीर में हालात बिगाड़ने के लिए हमले की साजिश रच रहे हैं। इससे पहले कि आतंकी कुछ कर जायें, इससे पहजे सुरक्षाबल सुरक्षा कड़ी करने के साथ ढूंढकर उनके सफाए में जुट गए हैं। राज्य के सभी प्रमुख धर्मस्थलों और अल्पसंख्यकों की बस्तियों, सभी सैन्य व पुलिस प्रतिष्ठानों, केंद्र व राज्य प्रशासन के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के अलावा पंचायत प्रतिनिधियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की सुरक्षा भी बढ़ाई जा रही है। बता दें ‎कि बीते पांच माह के दौरान जिस तरह से कश्मीर में हालात लगभग सामान्य रहे हैं और स्थानीय लोगों ने आतंकी हिंसा से मुंह मोड़ा है, उससे जिहादी संगठन पूरी तरह हताश हैं। 
सुरक्षा सूत्र के मुता‎बिक वादी में जुलाई-अगस्त माह के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए बुलाए गए केंद्रीय अर्धसैनिकबल भी लौटने लगे हैं। ऐसे हालात में आतंकी संगठन किसी भी चूक का फायदा उठाकर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे सकते हैं। इसलिए अतिरिक्त चौकसी की जरूरत है। सूत्रों के अनुसार, इस समय जैश-ए-मोहम्मद, अल उमर मुजाहिदीन, हिज्ब और लश्कर के आतंकियों को एलओसी पार बैठे अपने सरगनाओं से लगातार निर्देश मिल रहा है कि वह जम्मू कश्मीर में जल्द कोई बड़ी कार्रवाई करें। यह आतंकी न सिर्फ घाटी बल्कि घाटी से बाहर भी हमले की फिराक में हैं। इसलिए किसी भी चूक से बचने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने खुफिया एजेंसियों के अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ विचार विमर्श के आधार पर आतंकियों के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए एक विशेष कार्ययोजना बनाई है। हाईवे पर सभी संवेदनशील इलाकों में सीआरपीएफ व सेना के जवानों की गश्त के समय व तरीके में आवश्यक बदलाव करते हुए रोड ओपनिंग पार्टियों को विस्फोटकों का पता लगाने वाले अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है। इसके अलावा विभिन्न शहरों व कस्बों में आने जाने के महत्वपूर्ण रास्तों और हाईवे को वादी के विभिन्न इलाकों से जोड़ने वाली संपर्क सड़कों पर विशेष नाके स्थापित करने के लिए कहा गया है। आतंकियों के सभी पुराने ओवरग्राउंड वर्करों, जेल से रिहा हुए आतंकियों और पुराने पत्थरबाजों की गतिविधियों की कड़ी निगरानी की जा रही है।

Related Posts