कश्मीर में आतंकी गतिविधियां पूरी तरह से बंद नहीं हो पा रही हैं। जम्मू में बस स्टैंड पर गुरुवार को हुए जोरदार धमाके में घायल एक और व्यक्ति ने शुक्रवार को अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इसके साथ ही धमाके में मरने वालों की संख्या दो हो गई है। गुरुवार को हुए इस आतंकी हमले में तकरीबन 32 लोग घायल हुए थे। घायलों में से एक की गुरुवार को अस्पताल में मौत हो गई थी। मालूम हो कि पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इस बीच गुरुवार को एक संदिग्ध हमलावर ने बस स्टेशन पर ग्रेनेड से हमला किया और फरार हो गया। बाद में हमलावर को गिरफ्तार भी कर लिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक धमाके में चाइनीज ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया है। बताया जा रहा है कि पहले भी यह इलाका आतंकियों के निशाने पर रहा है। पुलिस के एक अधिकारी ने इस बाबत बताया था कि विस्फोट में बस स्टैंड पर खड़ी सरकारी बस को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ।
आईजी ने कहा, 'जब भी चौकसी ज्यादा होती है तब हम जांच-पड़ताल सख्त कर देते हैं लेकिन किसी-किसी के उससे बच निकलने की आशंका रहती है और यह ऐसा ही मामला लग रहा है।' उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा, 'निश्चित तौर पर मंशा सांप्रदायिक शांति एवं सौहार्द बिगाड़ने की थी।' गौरतलब है कि गुरुवार को विस्फोट में 17 साल के मोहम्मद शारिक की मौत हो गई थी। इसके अलावा अस्पताल ले जाए गए 32 घायलों में से 3 की हालत गंभीर थी और दो का ऑपरेशन किया गया था। घायलों में से एक और शख्स की शुक्रवार को मौत हो गई। हमला करने वाले आरोपी की पहचान करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी यासिर भट्ट को हिजबुल मुजाहिदीन से हमला करने के आदेश मिले थे।
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जम्मू बस स्टैंड में हुए ग्रेनेड हमले में एक और घायल ने तोड़ा दम, चल रहा था उपचार