कवि गुलजार बोले- दिल्ली वालों से लगता है डर, पता नहीं कौन सा कानून ले आएं
बॉलीवुड की शीर्ष हस्ती और ख्यात लेखक, कवि और निर्देशक गुलजार ने नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) और प्रस्तावित नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी) पर अपना विरोध दर्ज करवाया है। उन्होंने दोनों कानूनों पर तंज भरे अंदाज में कहा कि दिल्लीवालों से डर लगता है, पता नहीं कब कौन सा नया कानून ले आएं। गुलजार ने यह बात मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में कही। उस कार्यक्रम में गुलजार चीफ गेस्ट थे। यह कार्यक्रम नरीमन पॉइंट पर साहित्यिक पुरस्कार देने के लिए आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में गुलजार ने कहा, 'दोस्तों मैं आपको मित्रों कहकर संबोधित करने वाला था, लेकिन फिर मैं रुक गया।' इसके बाद उन्होंने सीएए और एनआरसी का नाम लिए बिना कहा कि पिछले दिनों दिल्ली से मेरा दोस्त यशवंत व्यास मुझसे मिलने आया। मैं डर गया था। इन दिनों हर कोई दिल्लीवालों से डरा हुआ है। पता नहीं वे क्या नया लाएं। इसके बाद गुलजार ने कहा कि इन दिनों एक आवाज है जो साफ है, सच बोलती है और वह आवाज लेखक की है।
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कवि गुलजार बोले- दिल्ली वालों से लगता है डर, पता नहीं कौन सा कानून ले आएं