इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला को शंघाई के पास बन रहे संयंत्र के लिये चीन के बैंकों से 52 करोड़ डॉलर से अधिक का लोन मिला है। बता दें कि अमेरिका की इस कंपनी का यह पहला विदेशी संयंत्र होगा। यह किसी भी विदेशी वाहन कंपनी का चीन में ऐसा पहला संयंत्र होगा जिसपर उसका 100 प्रतिशत मालिकाना हक होगा। कंपनी इस कारखाने में मॉडल-तीन सेडान तैयार करेगी। यह उ़द्योग इस साल के आखिर तक शुरू हो जाएगा और इसकी शुरुआती क्षमता प्रति सप्ताह तीन हजार कार बनाने की होगी। बाद में क्षमता को बढ़ाकर सालाना पांच लाख इकाइयों तक किया जाएगा। टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क कारखाने की आधारशिला रखने जनवरी में चीन आये हुए थे। उन्होंने कहा था कि कारखाना तैयार करने और उत्पादन शुरू करने के लिये स्थानीय बैंकों से धन जुटाने की योजना है।