आईआईएम ने शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण से छूट मांगी
देश के सभी 20 भारतीय प्रबंध संस्थानों (आईआईएम) ने शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण से छूट मांगी है। संस्थानों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उन्हें शिक्षकों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्गों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए पद आरक्षित करने से छूट दी जाए। आईआईएम अभी शिक्षण पदों में कोई आरक्षण नहीं देता है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने संस्थानों से शिक्षक पदों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्गों तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण देने को कहा था। अधिकारियों के अनुसार, आईआईएम ने अनुरोध यह कहते हुए किया कि वे एक निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया अपनाते हैं और समाज के वंचित वर्गों के साथ ही सभी को समान अवसर मुहैया कराते हैं। आईआईएम अभी तक कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के 1975 का उस आदेश का अनुपालन कर रहे हैं जो वैज्ञानिक और तकनीकी पदों को आरक्षण नीति से छूट प्रदान करता है। आईआईएम, अहमदाबाद इस मुद्दे पर उच्च न्यायालय में एक कानूनी लड़ाई में उलझा हुआ है।
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