दुनिया की जानीमानी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन ने तीसरे पक्ष को सामान खरीदने पर रोक लगा दी है। ई-कॉमर्स ने थोक विक्रेताओं के ऑर्डर को रद्द कर दिया है। जिन व्यापारियों ने फैक्टरियों के साथ समान बेचने डील की थी और उनके उत्पादों का भंडारण कर रखा हुआ था। उनके लिए यह एक बड़ी चुनौती को है। अमेजॉन ने मार्केटप्लेस से सीधा सामान उपभोक्तओँ को बेचने का फैसला लिया है। अमेजॉन की रणनीति में बदलाव के कारण व्यापार की गति धीमी हो गई है। वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में अमेजॉन ने ऑनलाइन स्टोर सेंगमेंट में 12.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है, लेकिन वर्ष 2017 की चौथी तिमाही मे यह दर 19.7 प्रतिशत थी। कंपनी का मानना है कि अमेजॉन के पास उपभोक्तओं को सीधा सामान बेचने की बेहतर व्यवस्था है। जिससे कंपनी उत्पादो के भंडारण करने के खतरे और खर्चे को कम किया जा सकता है, क्योंकि ऐसी सेवाओं के व्यापारियों द्वारा भारी मात्रा में शुल्क और कमीशन भी लिया जा सकता है। बाजार में तीसरे फक्ष के निजी विक्रतओं को मज़बूर करने से अमेज़ॅन को उनकी संख्याओं को पुनर्जीवित करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि अमेजॉन अपने निजी-लेबल ब्रांडों को अपने साइट पर विशेष रूप से बेच रहा है और उनमें भारी निवेश कर रहा है।