महाराष्ट्र: विभागों के बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन में दरार
महाराष्ट्र की उद्धव सरकार में विभागों के बंटवारे को लेकर अब तक बात बनती नजर नहीं आ रही है. बल्कि परेशानी ही बढ़ती जा रही है क्योंकि विभागों को लेकर चल रहे खींचतान से आम जनता में गलत संदेश जा रहा है. दरअसल महाराष्ट्र कैबिनेट के विस्तार के चार दिन बाद भी ठाकरे सरकार विभागों का आवंटन नहीं कर पाई है. इसको लेकर गठबंधन के घटक दलों में बंद दरवाजे के भीतर तकरार चल रही है. घटक दलों के भीतर आंतरिक असंतोष ने महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन में दरारें उजागर कर दी हैं. इस बीच ख़बरों की मानें तो महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की 5 घंटे से अधिक की मैराथन बैठक के बाद भी पोर्टफोलियो आवंटन पर आम सहमति नहीं बन पाई. विभागों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और एनसीपी नेताओं में बीती रात बैठक में काफी बहस हो गई. सूत्रों की मानें तो इसके पहले भी इसी बात को लेकर दोनों दलों में बहस हुई थी. राज्य सरकार के मंत्रिपरिषद में 12 सीटें पाने वाली कांग्रेस ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित दो विभाग और चाहती है और कांग्रेस अपनी इस मांग को लेकर अड़ी है. सूत्रों के अनुसार अघाड़ी के घटक दलों- शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के बीच बातचीत सिर्फ विभागों के बंटवारे पर नहीं हुई, बल्कि मंत्रियों की नियुक्ति को लेकर भी बातचीत हुई. बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि उनकी पार्टी ने विभागों के बंटवारे के मामले में अपना स्टैंड महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बता दिया है. बैठक में कांग्रेस के बालासाहेब थोराट, राकांपा के अजीत पवार और शिवसेना के एकनाथ शिंदे और अन्य ने भाग लिया. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित दो विभाग और चाहती है. अशोक चव्हाण कहते हैं कि, ‘हमने सीएम को अपना प्रस्ताव दे दिया है, वे उस पर विचार करेंगे.’
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महाराष्ट्र: विभागों के बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन में दरार