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दिल्ली वालों को प्रति 1 किलोमीटर पर मिलेगी स्वास्थ्य सेवा : सीएम केजरीवाल

दिल्ली वालों को प्रति 1 किलोमीटर पर मिलेगी स्वास्थ्य सेवा : सीएम केजरीवाल

दिल्ली वालों को प्रति 1 किलोमीटर पर मिलेगी स्वास्थ्य सेवा : सीएम केजरीवाल 
अब दिल्ली के लोगों को प्राथमिक इलाज के लिए घर से कई किलोमीटर दूर नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें अपने घर से एक किलोमीटर के भीतर ही स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। दिल्ली के पीतमपुरा इलाके के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक साथ 150 मोहल्ला क्लीनिक का उद्घाटन किया। वेस्ट एन्क्लेव में आयोजित मोहल्ला क्लीनिक के उद्धाटन समारोह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्ली में 450 से अधिक मोहल्ला क्लीनिक खुल चुके हैं। जल्द ही दिल्ली में एक हजार और मोहल्ला क्लीनिक खोले जाएंगे। जहां लोगों को सभी तरह के इलाज की सुविधा मुफ्त मिलेगी। सीएम ने कहा, विश्व में ऐसा पहली बार हुआ कि एक दिन में किसी एक शहर में 152 प्राथमिक स्वास्थ केंद्र खोले गए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरी दिल्ली में जगह-जगह वहां के विधायक, सांसद और काउंसलर अपने-अपने इलाके के मोहल्ला क्लीनिक का उद्धाटन एक साथ किए हैं। साल 2015 में पहला मोहल्ला क्लीनिक खोला गया था। उस वक्त ये एक नया प्रयोग था लेकिन कुछ ही समय में दुनिया भर के देशों में इसकी सराहना होने लगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में सिर्फ मोहल्ला क्लीनिक ही नहीं बनाए जा रहे हैं, बल्कि कई बड़े अस्पताल भी बनाए जा रहे हैं। 70 साल में सभी पुरानी सरकारों ने मिल कर मात्र 10 हजार बेड के सरकारी अस्पताल बनाए थे। पिछले पांच साल के अंदर पूरे दिल्ली के अंदर 15 हजार नए बेड बन कर तैयार हो रहे हैं। पिछले 5 साल में मोहल्ला क्लीनिक में करीब 2 करोड़ लोगों ने इलाज करा लिया है। दिल्ली में पहले जितने सरकारी थे, उसमें हर साल तीन करोड़ लोग इलाज कराया करते थे। पहले हर साल तीन करोड़ लोग इलाज कराते थे और अब दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में हर साल 6 करोड़ लोग इलाज करा रहे हैं। ग्रेटर कैलाश जैसे इलाके के लोगों की मांग पर वहां पर दो मोहल्ला क्लीनिक बनाया गया। 
सीएम केजरीवाल ने कहा कि इन कामों का गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम आएगा, लेकिन हमारे लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड तो जनता ही है। दिल्ली के अंदर शिक्षा, स्वास्थ्य में पिछले पांच साल में ऐसे-ऐसे काम हुए हैं। अगर पांच साल में इतने काम हो सकते थे, तो 70 साल में भी हो सकते थे। इसका मतलब हमारे देश को जानबूझ कर पीछे रखा है। 

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