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ये हैं डाइट के चंद खास टिप्स

ये हैं डाइट के चंद खास टिप्स

ये हैं डाइट के चंद खास टिप्स  
- सुबह के नाश्ते में सबसे पहले एक चम्मच शहद लें। उसके बाद एक छोटी कटोरी भर अंकुरित चना, मूंग आदि के साथ थोड़ा-सा गुड़ और ड्राई फूट्स लें और खूब चबाकर खाएं। नाश्ते में चना या जौ का सत्तू, चूड़ा-दही, रोटी-दाल/हरी सब्जी-सलाद, टोस्ट-ऑमलेट आदि भी ले सकते हैं। 
- सबसे बड़ी बात, जब भी खाने बैठें, चिंतामुक्त रहें। जो भी खाएं, आराम से खूब चबाकर और स्वाद लेकर खाएं। खाते वक्त टीवी न देखें, मोबाइल पर बात न करें और न ही कुछ पढ़ें। 
- दोपहर के खाने में चावल या रोटी के साथ दाल, मौसमी हरी सब्जी, दही, सलाद का सेवन करें। 
- रात के खाने को सादा और हल्का रखें और खाना जल्दी यानी रात के 8 बजे तक खा लें। सोने से पहले एक कप या एक गिलास गुनगुने दूध का सेवन करें। 
- खाने में फल और सब्जियां बेहद जरूरी हैं। पर्याप्त सब्जी और फल न खाने से हार्ट, किडनी, लिवर से जुड़ी बीमारियों के शिकार होने का अंदेशा रहता है। 
- जिस इलाके में रहते हैं, वहीं पर उगने वाले फल और सब्जियां खाएं। आपको ताजा मिलेंगे और सस्ते भी। मौसमी फल-सब्जियां ही खाएं। कोल्ड स्टोरेज में रखे चीजें खाने पर कम पौष्टिकता मिलती है। 
- सुबह नींद से जगने के अधिकतम 2 घंटे के अंदर नाश्ता कर लेना अच्छा रहता है। 
- नीबू, आंवला, लहसुन, अदरक, काली मिर्च, दालचीनी, लौंग, जीरा, अजवाइन, खीरा, टमाटर, मूली, गाजर, हरी पत्तेदार मौसमी सब्जियां, केला, पपीता, नारियल, मौसमी फल। इन चीजों को किसी न किसी रूप में हर दिन खाने की कोशिश करें, भले ही मात्रा कम ही क्यों न हो। 
1. गेहूं 
- नए गेहूं से बेहतर होता है पुराने गेहूं का आटा। 
- आटे से चोकर को हम निकाल देते हैं। लेकिन चोकर यानी फाइबर को बाहर निकालना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। चोकर के साथ-साथ कई जरूरी पोषक तत्व आटे से निकल जाते हैं। मैदे का सेवन इसलिए अच्छा नहीं माना जाता। 
- खाली गेहूं की रोटी खाने से बेहतर है कि मिक्स्ड ग्रेन की रोटी खाना। 5 किलो अनाज (गेहूं, ज्वार, बाजरा, रागी, मक्का, जौ) में 1 किलो दाल (चना, मटर) मिलाएं। 
2. चावल 
- सेहत के लिहाज से सफेद चावल सही नहीं है क्योंकि पॉलिश के दौरान आम चावल से विटामिन-बी सहित कई पोषक तत्व निकल जाते हैं। फाइबर भी घट जाता है। 
- सेहत के लिए ब्राउन चावल या उसना या सेला चावल या बिना पॉलिश किया हुआ चावल लाभदायक होता है। इसमें प्राकृतिक रूप से फाइबर के साथ-साथ विटामिन-बी और मिनरल्स 
- इसमें मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, आयरन आदि मौजूद होते हैं। 
3. दाल 
- दाल प्रोटीन का बहुत अच्छा और सस्ता स्रोत है। 
- पॉलिश की हुई दालें देखने में अच्छी लगती हैं, लेकिन इससे बचना चाहिए। 
- साबुत दाल यानी छिलकायुक्त दाल सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है। हर दिन के खाने में शामिल करें।
- दालों में मौजूद पोषक तत्वों को हमारा शरीर अच्छे से एब्जॉर्ब कर लेता है। इसलिए इसका सेवन रोजाना करना चाहिए। 
•अंकुरित दाल अपेक्षाकृत अधिक पौष्टिक होती है। 
4. तेल 
- पेड़-पौधों से हासिल तेल हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं। यही कारण है कि भारत में सरसों, नारियल और मूंगफली के तेल का उपयोग सबसे ज्यादा होता है। तिल, जैतून और सूरजमुखी का तेल भी अच्छा है। 
- रिफाइंड तेल के सेवन से बचें। 
- तेल के उपयोग के मामले में इस बात का ध्यान जरूर रखें कि दो बार से ज्यादा तलने में इस्तेमाल किए गए तेल का प्रयोग न करें। इससे यूज्ड तेल की बर्बादी तो होगी, लेकिन आप ह्रदय रोग, एसिडिटी जैसी बीमारियों से बच जाएंगे। 
5. फल और सब्जी 
- मौसमी फल, हरी मौसमी सब्जी और साग (पालक, मेथी, चना, सरसों आदि) यानी वे फल, सब्जी या साग जो मौसम विशेष में बाजार में बहुतायत में उपलब्ध होती हैं, का सेवन हमारे शरीर के लिए सबसे लाभकारी होता है। बेमौसम की सब्जियां हों या फल, उनसे हमारे शरीर को अपेक्षित पोषण नहीं मिलता। फिर ये जेब पर भी भारी पड़ते हैं। 
- एक्सपर्ट्स मानते हैं कि लोग जहां रहते हैं, वहां के स्थानीय फल और सब्जियों को ही ट्राई करें। 
6. ड्राई फ्रूट्स 
- ड्राई फ्रूट्स बेहतर पोषण देते हैं। बादाम, अखरोट, किशमिश, अंजीर, मूंगफली, पिस्ता, खजूर आदि को भी नियमित रूप से खाएं। 
- मिक्स्ड ड्राई फ्रूट्स खाएं तो मात्रा 30 ग्राम से ज्यादा न हो। इसमें आप 7-8 बादाम, 7-8 काजू, 1-2 अखरोट, 10 किशमिश या 5 मुनक्के और कुछ दूसरे ड्राई फ्रूट्स जैसे खजूर, अंजीर आदि भी 1-2 मात्रा में मिला सकते हैं। 
- मिक्स्ड ड्राई फ्रूट्स नाश्ते के रूप में लें और इन्हें खाने के करीब 1 घंटे बाद तक कुछ न खाएं। 
ढेर सारे न्यूट्रिएंट्स से भरपूर नट्स को सुपरफूड की कैटिगरी में रखा जाता है क्योंकि ये सेहत से जुड़ी कई समस्याओं से लड़ने में मदद करते हैं और शरीर को जरूरी पोषण देने का काम करते हैं। लेकिन जब बात वेट लॉस की आती है तो शायद ही कोई व्यक्ति नट्स को अपनी डायट में शामिल करने के बारे में सोचता होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर लोगों को लगता है नट्स भले ही हेल्दी होते हों लेकिन उनमें ढेर सारी कैलरीज होती है जिससे वेट बढ़ सकता है। लेकिन यह बात पूरी तरह से सच नहीं है।
कुछ ऐसे नट्स भी हैं जिन्हें अगर आप अपनी डायट में शामिल कर लें तो आपका वजन तेजी से घटने लगेगा। अब तक हुई कई स्टडीज में यह बात सामने आ चुकी है कि नियमित रूप से नट्स का सेवन करने से न सिर्फ लंबे समय तक वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है बल्कि मोटापे का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है। हम आपको बता रहे हैं उन 5 तरह के नट्स यानी ड्राई फ्रूट्स के बारे में जिन्हें खाकर आप कम कर सकते हैं अपना वजन...
एक्सपर्ट्स की मानें तो हर दिन बादाम खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म रेट तेज होता है जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है, बैड कलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है और बैड लिपिड को भी कम करने में मदद मिलती है। बेली फैट कम करने में भी मददगार है बादाम।
हरे रंग के पिस्ता में ढेर सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं। पिस्ता में ढेर सारे विटमिन्स, मिनरल्स होते हैं जिससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। साथ ही मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने और शरीर में मौजूद एक्सट्रा फैट को कम करने में मदद करता है पिस्ता में मौजूद ऐंटिऑक्सिडेंट। ये सारी चीजें मिलकर वेट लॉस में मदद करती हैं।
किशमिश एक बेहतरीन वेट लॉस स्नैक है जिसमें स्ट्रॉन्ग केमिकल्स होते हैं जिससे आपकी भूख को शांत करने में मदद मिलती है। किशमिश में पावरफुल न्यूरोट्रांसमिटर्स होते हैं जिन्हें गाबा कहते हैं, ये भूख को शांत करने, डाइजेशन की प्रक्रिया को धीमा करने और स्ट्रेल लेवल को कम करने में मदद करता है। इन सबसे भी वजन कम होता है।
खजूर यानी डेट्स में कैलरी की मात्रा भले ही थोड़ी अधिक होती हो लेकिन इसमें फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है जिससे डाइजेशन की प्रक्रिया आसान हो जाती है और शरीर से फैट को निकालने में मदद मिलती है। खजूर खाने के बाद काफी देर तक आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है और इसलिए ये एक बेहतर स्नैक ऑप्शन है जो वेट लॉस में भी मदद करता है।
अखरोट यानी वॉलनट्स न सिर्फ ब्रेन के लिए अच्छे माने जाते हैं बल्कि ये अनसैच्युरेटेड फैट और फैटी ऐसिड से भरपूर भी होते हैं जिसकी हमारे शरीर को काफी जरूरत होती है। अखरोट में मौजूद गुड न्यूट्रिएंट एएलए, एक अहम इंजाइम है जो बैड कलेस्ट्रॉल को कम करने, डाइजेशन को बेहतर बनाने और शरीर से फैट निकालकर वेट लॉस में मदद करता है।
इस प्रकार प्रत्येक मानव सुखद स्वास्थ्य  प्राप्त कर सकते हैं .इन उपायों का अवश्य उपयोग करे ताकि जीवन सुखद प्राप्त कर सकेंगे।

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