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क्रोम ब्राउजर इस्तेमाल करते हैं तो सावधान! -हैकरे के निशाने पर हैं आप

क्रोम ब्राउजर इस्तेमाल करते हैं तो सावधान! -हैकरे के निशाने पर हैं आप

गूगल ने क्रोम ब्राउजर के यूजर्स को सावधान किया है कि आप हैकरों के निशाने पर है। इसीलिए अगर आप क्रोम ब्राउजर यूज करते हैं तो सभी यूजर्स क्रोम ब्राउजर को लेटेस्ट वर्जन के साथ अपडेट कर लें। गूगल का कहना है कि क्रोम का पुराना वर्जन हैकर्स के निशाने पर है और हैकर्स उसे कभी भी हैक कर सकते हैं। क्रोम के नए अपडेट में लेटेस्ट सिक्यॉरिटी पैच दिया जा रहा है, जिससे इस साइबर अटैक से बचा जा सकता है। हैकर्स द्वारा गूगल क्रोम को सीवीई-2019-57686 से निशाना बनाया जा रहा है। मामले के बारे में पूरी जानकारी देने के लिए गूगल ने ब्लॉग पोस्ट कर बताया, सीवीई-2019-5786 को फिक्स करने के लिए गूगल ने 1 मार्च को एक अपडेट जारी किया है। क्रोम को यह ऑटो-अपडेट के जरिए मिल रहा है। हम यूजर्स को कहना चाहते हैं कि वह अपने क्रोम ब्राउजर को चेक करके यह कन्फर्म कर लें कि उनका ब्राउजर 72.0.3626.121 या उसके बाद वाले वर्जन से अपडेट हुआ है या नहीं।' गूगल के थ्रेट ऐनालिसिस ग्रुप के मेंबर्स ने इस बग को सबसे पहले 27 फरवरी को स्पॉट किया था। बग के डाउनलोड और इंस्टॉल होने के कारण यूजर्स का सिस्टम ऑटो-अपडेट हो जाता है। यह बग मुख्य तौर पर क्रोम ब्राउजर के फाइल रीडिंग एपीआई जिसे आम भाषा में फाइल रीडर कहा जाता है को अटैक करता है। गूगल क्रोम द्वारा जारी किए जाने वाले अपडेट ज्यादातर ऑटोमैटिक होते हैं। हालांकि आप अपने क्रोम ब्राउजर में ऊपर की तरफ दिए गए तीन डॉट्स को क्लिक कर सेटिंग ऑप्शन में दिए गए 'अबाउट क्रोम' में जाकर देख सकते हैं कि आपका क्रोम गूगल द्वारा सुझाए गए वर्जन के मुताबिक है कि नहीं। अगर आपका क्रोम अपडेट नहीं है तो आप अपने अपने डिवाइस को रीस्टार्ट कर इसे अपडेट कर सकते हैं। वहीं गूगल के सिक्यॉरिटी और डेस्कटॉप इंजीनियर जस्टिन शू ने ब्लॉग पोस्ट और ट्वीट कर बताया कि यह बग पिछले बग्स के कई मायने में अलग है। उन्होंने बताया कि बग सीवीई-2019-5786 सीधे गूगल क्रोम के कोड्स को अटैक करता है।

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