आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राज्य सरकारों के बीच वोटर डेटा को लेकर जारी संघर्ष अब गंभीर रूप लेता जा रहा है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने धमकी दी है कि अगर तेलंगाना ने अपनी पुलिस का उनके राज्य के खिलाफ इस्तेमाल करना बंद नहीं किया तो वह भी तेलंगाना के खिलाफ अपने पुलिसबल के इस्तेमाल करेंगे।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा अगर आप हमारे खिलाफ पुलिस का इस्तेमाल करेंगे तो हम भी आपके साथ ऐसा ही करेंगे। याद रखिए, अगर आपकी राज्य सरकार है तो हमारी भी राज्य सरकार है। हम आपको उतनी ही ताकत के साथ जवाब दे सकते हैं। नायडू ने डेटा चोरी केस को मनगढंत करार देते हुए भाजपा नेताओं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वाईएसआर कांग्रेस अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया इस कहानी को दिल्ली में बनाया गया और केसीआर और वाईएसआर इसे अंजाम दे रहे हैं। नायडू ने आरोप लगाया कि तेलंगाना सीएम ने जगन को आगामी चुनाव में टीडीपी को हराने के लिए 1000 करोड़ रुपए दे दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया यह साजिश उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ नहीं है, बल्कि आंध्र प्रदेश के 5 करोड़ लोगों के खिलाफ भी है।
उन्होंने कहा तेलंगाना पुलिस वाईएसआर कांग्रेस के सांसद विजयसाई रेड्डी की लिखी कहानी के आधार पर कार्रवाई कर रही है। रेड्डी ने 19 फरवरी को टीडीपी के खिलाफ लेटर तैयार कर 22 फरवरी को निर्वाचन आयोग को दिया था। उसके बाद हैदराबाद में पुलिस ने आईटी ग्रिड्स के ऑफिस पर छापा मारा, जबकि शिकायत तब तक दर्ज भी नहीं हुई थी। गौरतलब है कि तेलंगाना पुलिस ने गुरुवार को दावा किया था कि आईटी ग्रिड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ डेटा चोरी के मामले की जांच के दौरान उसे राज्य का डेटा मिला है। आईटी ग्रिड्स ने ही टीडीपी के लिए 'सेवामित्र' ऐप बनाया था। मधापुर पुलिस ने 2 मार्च को आईटी ऐक्ट के तहत आपराधिक साजिश और चोरी का केस दर्ज किया था। आरोप है कि नागरिकों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी, यहां तक कि आधार की डिटेल्स भी ऐप में बिना इजाजत इस्तेमाल की जाती है।
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नायडू ने दी केसीआर को चेतावनी-हमारे पास भी है पुलिस फोर्स -वोटर डेटा चोरी विवाद गहराया