भारतीय व्यंजनों में हल्दी सबसे महत्वपूर्ण मसालों में से एक है। भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लोग हल्दी की इस्तमाल करते हैं। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीवायरल, एंटीबायोटिक, एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। हल्दी कैंसर के इलाज में भी कारगर है, लेकिन बाजार में मिलने वाली मिलावटी हल्दी जानलेवा भी हो सकती है। गौतम बुद्ध नगर के फूड एंड ड्रग सेफ्टी विभाग ने हल्दी के सैम्पल में लेड क्रोमेट की मिलावट पाई है। ये मिलावट ग्रेटर नोएडा में मसालों की एक फैक्ट्री में बनने वाली हल्दी के सैम्पल में मिली है। गौतम बुद्ध नगर के फूड एंट ड्रग सेफ्टी विभाग ने पिछले साल नवंबर में दीवाली के वक्त कई जगहों से सैम्पल जांच के लिये फोरेंसिक लैब में भेजे थे. जांच के नतीजे आये तो पता चला की ग्रेटर नोएडा की मसालों की एक फैक्ट्री में बनने वाली हल्दी में लैड क्रोमेट की मिलावट की गई है।
लैड क्रोमेट पीले या नारंगी रंग का एक केमिकल कंपाउंड होता है, हल्दी में रंग और चमक बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है लेकिन सेहत के लिए ये बहुत ही खतरनाक होता है। लंबे समय तक अगर ये केमिकल शरीर में जाता है तो इससे त्वचा और दिल की बीमारी के साथ साथ कैंसर तक का भी खतरा रहता है। गौतम बुद्ध नगर के फूड एंड ड्रग सेफ्टी विभाग ने प्रदेश सरकार को इस कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरु करने के लिए भी लिखा है। इस मामले में फूड सेफ्टी एक्ट 2006 के सेक्शन 59 के तहत 1 साल तक की जेल और एक लाख तक का जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं।
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मिलावटी हल्दी से रहें सावधान, हो सकती है जानलेवा! - हल्दी में पाई गई हानिकारक लेड क्रोमेट की मिलावट