विधानसभा चुनाव: स्मृति ईरानी से ज्यादा रैलियां कराना चाहती है भाजपा
दिल्ली विधानसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी उन स्टार प्रचारकों में शामिल रहेंगी, जिनकी भाजपा अधिक से अधिक रैलियां कराएगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार जिस तरह से बीते चार जनवरी को 'मेरी दिल्ली-मेरा सुझाव' मुहिम को हरी झंडी दिखाने के लिए खासतौर से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को आमंत्रित किया, उससे संकेत मिले हैं कि पूरे चुनाव में उनकी खास भूमिका होगी। साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी से हराने के बाद स्मृति ईरानी का पार्टी में कद और बढ़ा है। महाराष्ट्र और झारखंड के हालिया विधानसभा चुनाव में बतौर स्टार प्रचारक स्मृति ईरानी को पार्टी ने काफी तवज्जो भी दिया। उम्मीदवारों में भी उनकी रैलियों के लिए होड़ लगी रही। अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी उन्हें अधिक से अधिक चुनाव प्रचार के मैदान में उतारने की तैयारी है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि "मोदी सरकार की यंगेस्ट कैबिनेट मिनिस्टर स्मृति ईरानी का अपना एक ग्लैमर है। युवाओं पर उनका काफी प्रभाव है। तीखी भाषण शैली है, विपक्षी नेताओं पर चुन-चुनकर वार करतीं हैं। उनकी रैलियां पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाली होती हैं। इस नाते स्मृति ईरानी से अधिक रैलियां पार्टी कराना चाहती है। स्मृति ईरानी दिल्ली में ही पैदा हुईं, यहीं पली-बढ़ीं और पढ़ीं-लिखीं। पिता पंजाबी मूल के रहे तो माता बंगाली मूल की। स्मृति ईरानी बीजेपी से पहला लोकसभा चुनाव 2004 में दिल्ली के ही चांदनी चौक सीट से लड़ीं थीं। उनकी दिल्ली में कार्यकर्ताओं की अपनी एक पुरानी टीम भी है। ऐसे में स्मृति ईरानी की रैलियों से पार्टी को लाभ मिलेगी, इसमें कोई दो राय नहीं है।
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