15 आप विधायक पार्टियों की तोड़ने की कोशिश के बाद भी आप में रहें: केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए बिगुल बज गया है। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के साथ ही भाजपा और कांग्रेस भी सत्ता प्राप्ति के लिए संघर्ष कर रही हैं। दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी। इस बीच गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी आपके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है और उनके खिलाफ किसी के चुनाव लड़ने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने तीनों वादों- क्राइम, करप्शन और कैरेक्टर के मुद्दे पर अडिग है और इनसे कभी समझौता नहीं करेगी। केजरीवाल ने कहा कि 'आप' का उद्देश्य राजनीति को साफ करना है और इसी की वजह से वह आज इतने अधिक काम कर पाए हैं। केजरीवाल ने कहा सभी पार्टियां 'आप' के जिन 15 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया गया है उनसे संपर्क कर उन्हें तोड़ने की कोशिश करेंगी, लेकिन लेकिन वे सभी 15 विधायक हमारे परिवार का हिस्सा हैं और मुझे उम्मीद है कि वे ऐसे ही रहेंगे। वहीं टिकट बेचे जाने के सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि जब किसी को टिकट नहीं मिलता है तो इस तरह के आरोप लगते रहते हैं।
गौरतलब है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को कुल 67 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वहीं भाजपा को तीन सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल सकी थी। इसके अलावा 2019 के लोकसभा चुनाव में में दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी।
विधानसभा चुनाव 2020 के लिए 14 जनवरी को अधिसूचना जारी हो गई है। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी है जबकि नामांकन पत्र की जांच 22 जनवरी को होगी। नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 24 जनवरी है। मौजूदा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी 2020 को समाप्त हो रहा है। दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की हैं, जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। दिल्ली चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 1,47,03,692 है जिसमें 1,46,92136 सामान्य मतदाता तथा 11,556 सर्विस वोटर हैं। दिल्ली विधानसभा के लिए इस बार कुल मतदान केंद्रों की संख्या 13,750 है। साल 2015 में मतदान केंद्रों की संख्या 11,763 थी। इस प्रकार से इनमें 16.89 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। इस बार दिल्ली में 2,689 स्थानों पर 13,750 मतदान केंद्र बनाएं जाएंगे।
रीजनल
15 आप विधायक पार्टियों की तोड़ने की कोशिश के बाद भी आप में रहें: केजरीवाल