शाहरुख की कामयाबी के पीछे हैं यश
बॉलीवुड में यश चोपड़ा हमेशा ही एक ऐसे निर्माता निदेशक के रुप में याद किये जाते रहेंगे जिन्होंने एक्शन फिल्मों के दौर में रोमांस की फिल्मों को पेश किया और उन्हें सुपर हिट बनाया। यश चोपड़ा ने बॉलीवुड को इत्तेफाक, दाग, लम्हे, चांदनी, दिल तो पागल है और वीर जारा जैसी फिल्में दीं। प्यार के दिलकश अंदाज को अलग-अलग किरदारों में पिरोकर यश चोपड़ा ने पेश किया और ये किरदार दर्शकों के दिलों तक उतर गए। यहां तक कि शाहरुख खान को रोमांटिक भूमिकाओं में हिट बनाने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है।
यश चोपड़ा और शाहरुख खान की जोड़ी लंबे समय तक बॉलीवुड में छाई रही। अगर यश न होते तो शाहरुख आज इतने बड़े स्टार न बन पाते। शाहरुख ने उनके निर्देशन या उनके बैनर तले डर, दिल तो पागल है, दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे, मोहब्बतें, वीर जारा, रब ने बना दी जोड़ी, जब तक है जान जैसी फिल्में कीं लेकिन एक समय ऐसा था जब यश और उनके बेटे आदित्य चोपड़ा शाहरुख को पसंद नहीं करते थे।
पहले शाहरुख को पसंद नहीं करते थे
यश चोपड़ा जब शाहरुख को अपनी फिल्म डर में साइन कर रहे थे, तब शाहरुख खान उन्हें कुछ खास पसंद नहीं आए थे। उन्होंने शाहरुख की फिल्म 'किंग अंकल' के कुछ फुटेज देखे थे, जो उन्हें पसंद नहीं आए लेकिन शाहरुख को साइन करना उनकी मजबूरी थी, क्योंकि अन्य कोई एक्टर इस फिल्म में निगेटिव रोल करने को तैयार नहीं था। जब बाद में यश ने शाहरुख का काम देखा तो खासे प्रभावित हुए।
यश ने अपने आखिरी इंटरव्यू में रिटायरमेंट की घोषणा की थी, लेकिन रिटायरमेंट की घोषणा के बाद वे एक माह भी परिवार के साथ नहीं बिता पाए। 'जब तक है जान' से यश चोपड़ा ने निर्देशन में वापसी की थी। इससे पहले उनके निर्देशन में बनी अंतिम फिल्म 2004 में प्रदर्शित हुई और वह फिल्म शाहरुख खान, रानी मुखर्जी, प्रीति जिंटा अभिनीत 'वीर-जारा' थी।
'जब तक है जान' फिल्म में शाहरुख समर नाम के एक सैन्य अधिकारी की भूमिका में दिखे। जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में फिल्म की शूटिंग हुई। फिल्म के कुछ अंश लंदन में भी फिल्माए गए। कश्मीर घाटी में भी फिल्म की शूटिंग हुई थी।
एंटरटेनमेंट बॉलीवुड
शाहरुख की कामयाबी के पीछे हैं यश