ऑडी भारत में अप्रैल से बंद करेगी डीजल कारें, पेट्रोल, इलेक्ट्रिक इंजन पर कर रही फोकस
जर्मनी की लग्जरी कार कंपनी ऑडी अप्रैल से बीएस6 मानक लागू होने के साथ भारतीय बाजार में डीजल इंजन वाली कारें बेचना बंद कर देगी। ऑडी अब अपने मौजूदा और नए मॉडल्स में पेट्रोल और इलेक्ट्रिक इंजन पर फोकस कर रही है। इसी के साथ भारतीय बाजार में आने वाली कंपनी की क्यू3 व क्यू5 एसयूवी और ए3, ए4 और ए8 सिडैन कारों में डीजल इंजन का ऑप्शन नहीं मिलेगा। पिछले कुछ सालों से ऑडी की कारों की बिक्री की रफ्तार सुस्त है। इसे देखते हुए अब कंपनी एक नई रणनीति पर काम कर रही है। इसके तहत ऑडी इस साल 8 नए मॉडल लॉन्च करेगी। साथ ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर भी फोकस करेगी।
इंडस्ट्री विशेषज्ञों का मानना है कि डीजल कारें बंद करना ऑडी के लिए चुनौती भरा होगा, क्योंकि कंपनी की कुल बिक्री में 65 फीसदी हिस्सेदारी डीजल कारों की है। अचानक डीजल कारें बंद करने से इस साल ऑडी की बिक्री में गिरावट हो सकती है। दूसरी ओर, 2018 के मुकाबले 2019 में इसकी बिक्री 29 फीसदी कम रही है। 2018 में 6,463 यूनिट कारों के मुकाबले 2019 में ऑडी की 4,594 कारें ही बिकीं। मालूम हो कि अप्रैल 2019 में देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी ने सबसे पहले डीजल इंजन वाली कारें बंद करने की घोषणा की थी। मारुति का कहना है कि डीजल इंजन को बीएस6 में अपग्रेड करने की लागत ज्यादा होगी। इससे पेट्रोल इंजन वाली कारों के मुकाबले डीजल कारों की कीमत का अंतर काफी अधिक हो जाएगी, जो कारोबारी लिहाज से अच्छा नहीं होगा। इसके बाद फोक्सवैगन, स्कोडा और रेनॉ समेत अन्य कंपनियों ने भी अप्रैल 2020 में बीएस6 लागू होने के साथ ही भारतीय बाजार में डीजल इंजन वाली कारें बंद करने का ऐलान किया। अब इस लिस्ट में ऑडी भी शामिल हो गई है।
ऑडी को 2019 में लग्जरी कार सेगमेंट में भले ही मार्केट शेयर से हाथ धोना पड़ा हो, लेकिन कंपनी ने यूज्ड लग्जरी कार स्पेस में 11 फीसदी से अधिक की सेल्स दर्ज की है। कंपनी के हेड बलबीर सिंह ढिल्लन के अनुमान के मुताबिक 2020 में नई लग्जरी कारों का मार्केट ठंडा रह सकता है। इस अनुमान के बाद भी उसका यूज्ड कार डिवीजन- ऑडी अप्रूव्ड प्लस 2020 में लगभग 50 फीसदी वृद्धि हासिल करने पर नजर बनाए हुए है।
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