आंध्र प्रदेश की 3 राजधानियां? मुख्य सचेतक गडिकोटा एस रेड्डी बोले- 5 करोड़ लोग कर रहे प्रतीक्षा
आंध्र प्रदेश में तीन राजधानियां स्थापित करने को लेकर शुरू होने वाले विधानसभा के विशेष सत्र से पहले के मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) गडिकोटा श्रीकांत रेड्डी ने कहा कि वे बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप और शिवरामन समिति की सिफारिशों के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि पांच करोड़ लोग इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि समिति की सिफारिशों को मंजूरी मिलेगी या नहीं।
ज्ञात हो कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने विधानसभा में राज्य में तीन राजधानियां स्थापित करने की ओर इशारा किया था। करनूल, विशाखापट्टनम और अमरावती को राजधानी के तौर पर स्थापित किया जा सकता है। इसके तहत सूबे की अलग-अलग राजधानियों से सरकार, विधानसभा और न्याय प्रक्रिया चलाने का प्लान है। फिलहाल तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की जॉइंट राजधानी हैदराबाद के तौर पर देखी जा रही है। जानकारी के मुताबिक, एग्जिक्युटिव, जुडिशियल और लेजिस्लेटिव सेक्टर से जुड़े काम अलग-अलग शहरों में होंगे। विशाखापट्टनम को एग्जीक्युटिव कैपिटल (प्रशासनिक राजधानी) के तौर पर स्थापित किया जाएगा। यहीं पर सचिवालय और सभी महत्वपूर्ण विभागों के कार्यालय होंगे। करनूल को जुडिशल कैपिटल के तौर पर स्थापित किया जाएगा, जहां राज्य का हाईकोर्ट होगा। वहीं अमरावती को लेजिस्लेटिव कैपिटल के तौर पर जाना जाएगा, जिसके तहत यहां विधानसभा होगी। अमरावती में ही राजभवन बनाने की योजना है।
रीजनल साउथ
आंध्र प्रदेश की 3राजधानियां? मुख्य सचेतक गडिकोटा एस रेड्डी बोले- 5 करोड़ लोग कर रहे प्रतीक्षा