कैमरा ऐप्स से हो रही डेटा की चोरी
-स्मार्टफोन्स यूजर्स को सावधान रहने की जरुरत
एक सर्वे में 30 ऐसे ऐंड्रयॉड कैमरा ऐप्स की पहचान हुई है जो मैलवेयर (वायरस) कोड के साथ आते हैं। ये ऐप्स न सिर्फ यूजर्स के डेटा की चोरी करती है बल्कि ये बिना यूजर्स की जानकारी उनके लोकेशन को भी लगातार ट्रैक करते हैं। ये सभी ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद हैं। रिसर्चर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'ये ऐप्लिकेशन्स यूजर्स के डेटा को कलेक्ट करके उन्हें बेचते हैं। इसके साथ ही यह यूजर्स को मलीशस ऐड्स दिखाकर फिशिंग वेबसाइट्स पर भी रीडायरेक्ट कर देते हैं।' चिंता की बात यह है कि इन ऐप्स को दुनियाभर में 140 करोड़ स्मार्टफोन्स पर डाउनलोड किया जा चुका है। इन ऐप्स में से कुछ काफी पॉप्युलर हैं जिन्हें 30 करोड़ से ज्यादा बार इंस्टॉल किया गया है। साइबर न्यूज ने बताया कि 30 में से 16 ऐप्स को हॉन्ग कॉन्ग में डिवेलप किया गया है। रिपोर्ट में कई चीनी डिवेलपर्स के बारे में भी बताया गया है जो खतरनाक ऐंड्रॉयड ट्रोजन (वायरस) को फैलाने का काम करते हैं। मैटू, इनमें से एक काफी चर्चित डिवेपलपर है जो गूगल प्ले स्टोर के ज्यादातर नियमों का उल्लंघन करता है। इस डिवेलपर द्वारा तैयार किए गए ऐप यूजर्स के स्मार्टफोन से डेटा की चोरी करने के साथ ही माइक्रोफोन और कैमरा को भी ऐक्टिवेट कर देते हैं। रिपोर्ट में जिन दूसरे डिवेलपर्स का जिक्र किया गया है उनमें कोसेंट केएक्स कैमरा टीम और ड्रीम रुम शामिल हैं। ऐप डिवेलपर ऐडवर्टाइजर्स को यूजर डेटा बेचकर काफी पैसे कमाते हैं। एक अनुमान के मुताबिक लाखों यूजर्स के लोकेशन ट्रैक करने वाले डिवेलपर हर महीने 4000 डॉलर तक की कमाई करते हैं। इस खतरे से स्मार्टफोन यूजर्स को सबसे ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है जो फोटो क्लिक और एडिट करने के लिए थर्ड पार्टी कैमरा ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं। अगर आप भी इन यूजर्स में से हैं, तो अब आपको सावधान हो जाने की जरूरत है।
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कैमरा ऐप्स से हो रही डेटा की चोरी