सियासत में पांव जमाने हेतु अब राज ठाकरे की नजर हिंदुत्व के वोट बैंक पर
- 23 जनवरी को नए अवतार में आ सकती है एमएनएस
सियासत में खुद को पिछड़ता देख अब राज ठाकरे की नजर हिंदुत्व के वोट बैंक पर है. हिंदुत्व की बुनियाद पर खुद को राष्ट्रिय स्तर पर स्थापित करने वाली शिवसेना ने महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार बनाने के लिए हिंदुत्व का मुद्दा छोड़ा तो इसे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने लपक लिया है. अब तक मराठा के मुद्दे को भुनाने वाली राज ठाकरे की एमएनएस महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के बाद अब राज्य की राजनीति में पैर जमाने के लिए हिंदुत्व का मुद्दा उठा रही है. दरअसल 23 जनवरी को राज ठाकरे एक अधिवेशन करने जा रहे हैं जिसमें एमएनएस को नए अवतार में पेश करने की बात कही जा रही है. 23 जनवरी को एमएनएस की होने वाली जनसभा को लेकर मुंबई भर में पोस्टर लगाए गए हैं. लेकिन अब तक तीन रंगों पर भरोसा रखने वाली एमएनएस ने शिवाजी महाराज का नाम लेते हुए भगवा पोस्टर लगाए हैं. पोस्टर में महाराष्ट्र को भगवा रंग में दिखाया गया है. इसके साथ ही पार्टी की तरफ से एक वीडियो भी जारी किया गया है जिसमें 23 जनवरी को एमएनएस को एक नए अवतार में पेश करने की बात की गई है. माना जा रहा है कि गठबंधन की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हिंदुत्व के मुद्दे पर नर्म पड़े हैं. ऐसे में राज ठाकरे अब राज्य की सियासत में पांव जमाने के लिए हिंदुत्व के वोट बैंक को अपने तरफ खींचने की कोशिश में हैं.
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सियासत में पांव जमाने हेतु अब राज ठाकरे की नजर हिंदुत्व के वोट बैंक पर - 23 जनवरी को नए अवतार में आ सकती है एमएनएस