सांगला वैली में झरने की तरह गिरा ग्लेशियर
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल करछम-सांगला संपर्क सड़क मार्ग पर मंदिर के समीप दो जगह ग्लेशियर आया और इससे सांगला वैली सम्पर्क मार्ग अवरुध हो गया था। बता दें कि यहां दो दिन से बारिश-बर्फबारी के साथ-साथ धूप भी खिली है। ऐसे में हिमस्खलन की संभावनाएं बढ़ गई हैं। बताया गया कि किन्नौर के रिब्बा कंडे में एवलांच से भारी नुकसान हुआ था। इसका राजस्व विभाग के टीम ने नुकसान का जायज़ा लिया था। दरअसल, ग्लेशियर और बर्फीले तूफान से रिब्बा कंडे में 15 गौशाला, 15 घासनी, 5 मकान, क़रीब 2507 सेब के पेड़, सिंचाई योजना को नुकसान हुआ था। इसमें रिब्बा कंडे में कुल 60 लाख का नुकसान आंकलन लगाया गया है। बर्फबारी के बाद हिमाचल में धूप खिलते ही पांच जिलों में हिमखंड गिरने का खतरा बन गया है। फिलहाल कुल्लू, लाहौल और किन्नौर जिले, चंबा व मंडी के ऊपरी इलाकों में हिमखंड गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बर्फबारी बारिश के चलते सूबे में अब भी दो नेशनल हाईवे समेत 200 के करीब सड़कें बंद हैं। हिमाचल में अगले एक सप्ताह तक मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहेगा। फिलहाल मैदानी इलाकों में अभी बारिश की संभावना नहीं हैं। मगर, पहाड़ी और मध्यपर्वतीय इलाकों में मौसम फिर करवट लेगा और बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
रीजनल नार्थ
सांगला वैली में झरने की तरह गिरा ग्लेशियर