
बात नहीं कर पाने वालों में होता है सामाजिक डर
-ताजा शोध में हुआ खुलासा
बात नहीं कर पाने वाले लोगों में सामाजिक डर की भावना होती है। यह एक तरह का मानसिक विकार है जिसे सोशल एंग्जाइटी या सोशल फोबिया कहा जाता है। सोशल एंग्जाइटी से पीड़ित लोगों को सामाजिक बातचीत करने में मुश्किल होती है। हर कोई सामाजिक डर का अनुभव अलग तरह से करता है। अजनबियों से बातचीत करने की कोशिश करने पर कुछ लोगों को घबराहट होती है। कुछ की दिल की धड़कन असामान्य हो जाती है और पेट में हलचल होने लगती है। इस स्थिति के चलते उनको नियमित रूप से अत्यधिक तनाव का सामना करना पड़ता है। शोधकर्ताओं ने कहा, कुछ सरल तरकीबें सीखकर इन स्थितियों से निपटना बेहद ही आसान है। मनोचिकित्सक और लेखक रिचर्ड गैलाघर का कहना है कि जो लोग किसी से बात करने में शर्माते या झिझकते हैं, वे छोटी-सी बात से किसी से बातचीत की शुरुआत कर सकते हैं। बता दें कि कुछ लोग बात करने में बेहद माहिर होते हैं। वे जल्दी ही लोगों से घुल-मिल जाते हैं और नए दोस्त बना लेते हैं। ऐसे लोग अजनबियों से बात करने में भी नहीं शर्माते। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो डर या शर्मिंदगी की वजह से किसी से बातचीत नहीं कर पाते।