शरीर में इन कारणों से हो सकती है खुजली
शरीर में खुजली के कई कारण हो सकते है आमतौर पर फंगस संक्रमण की वजह से त्वचा की यह बीमारी होती है। लेकिन इसके अन्य कारणों में किसी खाद्य पदार्थ या दवा से एलर्जी, त्वचा का रूखा होना, ठीक से न नहाना, गंदे कपड़े पहनना, किसी विष का प्रभाव, रंगों से किसी तरह की एलर्जी, गुर्दे की कोई बीमारी, पेट के किसी अंग में पथरी, कैंसर, छपाकी (शरीर पर लाल धब्बे उभरना), मच्छर या किसी अन्य कीट के काटने पर, कोई चर्म रोग या पेट में कीड़े होने पर खुजली की समस्या हो सकती है। आखिर खुजली है क्या? दरअसल यह हमारी त्वचा की दर्द तंत्रिकाओं की उत्तेजना है। जब हमारी तंत्रिकाएं उत्तेजित होती हैं, तो हमें खुजलाहट का अनुभव होता है, इसमें दर्द का अहसास नहीं होता। त्वचा की दर्द तंत्रिकाएं उत्तेजित क्यों हो जाती हैं? इसके कई कारण हो सकते हैं और कई बार तो खुजली के विचार से ही खुजलाहट होने लगती है।
कई बार एक स्थान पर खुजलाने से थोड़ी सी राहत तो मिल जाती है, लेकिन तभी वह त्वचा के दूसरे स्थान पर शुरू हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि खुजली वाले स्थान की दर्द तंत्रिकाएं इतनी ज्यादा उत्तेजित हो जाती हैं कि वे दूसरी जगहों पर फैल जाती हैं और यह अहसास फैलते ही शरीर के दूसरे हिस्सों में भी खुजली होने लग जाती है। कई बार व्यक्ति अपने शरीर को इस कदर खुजलाता है कि त्वचा छिल जाती है और उससे खून निकलने लगता है। कई लोगों को सर्दी के दिनों में रूखी त्वचा होने के कारण खुजली हो जाती है। इससे बचने के लिए ज्यादा देर तक न नहाएं और अधिक गर्म पानी के बजाय गुनगुने पानी का प्रयोग करना चाहिए।
खुजली वाले अंग पर दो मिनट तक बर्फ रगड़नी चाहिए। इससे त्वचा का तंत्रिका तंत्र कुछ समय के लिए शांत हो जाएगा और आपको राहत मिल जाएगी। यदि मच्छर के काटने से खुजली हो, तो सीधे काटे हुए स्थान पर खुजलाने की बजाय उसके चारों ओर खुजा लें। इससे खुजलाहट फैलेगी नहीं। सर्दियों में त्वचा को फटने से बचाने के लिए वैसलीन, पेट्रोलियम जैली या बॉडी लोशन लगाएं। यदि घर में किसी सदस्य को खुजली की बीमारी हो, तो उसका रूमाल, तौलिया, चादर आदि का इस्तेमाल न करें। विज्ञापनों में दिखाई जाने वाले मलहम या लोशन का अपने मन से इस्तेमाल न करें। खुजली से राहत नहीं मिल रही हो, तो चर्म रोग विशेषज्ञ को अवश्य दिखाएं।
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शरीर में इन कारणों से हो सकती है खुजली