अमेरिका और भारत के बीच सुरक्षा व असैन्य परमाणु सहयोग में मजबूती देने के क्रम में भारत में छह परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने पर सहमति हुई है। दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान में यह जानकारी दी है। वाशिंगटन में दो दिनों तक चली बातचीत के बाद दोनों देश इस मसौदे पर सहमत हुए हैं। भारत की तरफ से विदेश सचिव विजय गोखले और अमेरिका के स्टेट फॉर आर्म्स कंट्रोल एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी विभाग की अंडर सेक्रेटरी एंड्रिया थॉम्पसन ने बातचीत में हिस्सा लिया। दोनों देशों के संयुक्त बयान में कहा गया है हम द्विपक्षीय सुरक्षा और असैन्य परमाणु सहयोग को मजबूत करने के साथ-साथ भारत में 6 अमेरिकी परमाणु ऊर्जा संयंत्र के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हालांकि बयान में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के बारे में और जानकारी नहीं दी गई है। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई में अमेरिका दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल खरीददार भारत में तमाम संभावनाएं देख रहा है और इसी कड़ी में वह भारत को और ऊर्जा उत्पाद बेचना चाहता है। आपको बता दें कि दोनों देश करीब एक दशक से भारत को अमेरिकी न्यूक्लियर रिएक्टर्स की आपूर्ति पर मंथन कर रहे थे। हालांकि नियम-कायदों की वजह से अभी तक बात पटरी पर नहीं आ सकी थी।