YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

नेशन

प्रियंका गांधी के लिए बनी जबर्दस्त रणनीति, गंगा के रास्ते प्रयाग से काशी तक करेंगी नाव से प्रचार

प्रियंका गांधी के लिए बनी जबर्दस्त रणनीति, गंगा के रास्ते प्रयाग से काशी तक करेंगी नाव से प्रचार

प्रियंका गांधी की कांग्रेस में सक्रियता के साथ ही लोकसभा चुनाव में उनकी छवि को पूरी तरह भुनाने के लिए यूपी मे जोरदार योजना तैयार की गई है। यूपी में अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के बाद अब प्रियंका गांधी वाड्रा चुनावी प्रचार भी तेज होने वाला है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस पार्टी की तरफ से पूर्वी यूपी की प्रभारी बनाई गईं प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार (15 मार्च) को लखनऊ जाएंगी। जहां दिनभर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पार्टी के घोषित उम्मीदवारों के साथ बैठक करेंगी। इसके बाद प्रियंका 17 मार्च को प्रयागराज से वाराणसी तक गंगा नदी के रास्ते स्टीमर से जा सकती हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा प्रयागराज से विंध्याचल मिर्जापुर होते हुए काशी विश्वनाथ की धरती पर पहुंचेंगी। ऐसी भी खबर है कि प्रियंका मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी धाम और काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन भी करेंगीं। 
गंगा के रास्ते प्रयागराज से वाराणसी तक जाकर प्रियंका केंद्र की मोदी सरकार के गंगा सफाई अभियान की पोल खोलना चाहती हैं और साथ ही उनका टारगेट तकरीबन 100 किलोमीटर के इस रास्ते में आधे दर्जन से ज्यादा संसदीय क्षेत्र कवर करना भी है। प्रियंका के कार्यक्रम को देखते हुए ऐसा कहा जा सकता है कि 17 मार्च को ही प्रियंका गांधी वाड्रा पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में एंट्री करेंगी। सूत्रों की मानें तो वाराणसी में प्रियंका के रोड शो और रैली की भी तैयारी की जा रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार (13 मार्च) को यहां भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद से अस्पताल में मुलाकात की। एक दिन पहले ही आजाद को इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था और प्रियंका उनका हालचाल जानने आयीं थीं। प्रियंका बुधवार शाम अचानक मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर से मिलने पहुंचीं। उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। इस दौरान मीडिया से बातचीत में प्रियंका गांधी ने इतना ही कहा, ‘चंद्रशेखर से मिलने के लिये अस्पताल आने में कोई राजनीति नहीं है। मैं इस लड़के से मिलने आई हूं, क्योंकि चन्द्रशेखर का संघर्ष मुझे पसंद आया। उसने अपने लोगों के लिए संघर्ष किया है।’ 

Related Posts