इंदिरा कैंटीन में लगेगा भगवा तड़का, अनंत की पत्नी के एनजीओ को मिला ठेका
बेंगलुरु में शहरी गरीबों को सस्ता और बेहतर गुणवत्ता का भोजन उपलब्ध कराने वाली इंदिरा कैंटीन को अब नया पार्टनर मिल गया है। पूर्वी जोन इंदिरा कैंटीन के लिए सबसे कम बोली लगाने वालों में श्रीमती गिरिजा शास्त्री मेमोरियल ट्रस्ट सामने आया है। इस ट्रस्ट का एनजीओ अदम्य चेतना बेंगलुरु में डेढ़ लाख स्कूली बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराता है।
अदम्य चेतना का संचालन दिवंगत केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार की पत्नी तेजस्विनी करती हैं। उनका नाम लोकसभा चुनाव के दौरान बेंगलुरु साउथ सीट के लिए दावेदारी के रूप में भी सामने आया था, लेकिन फिर तेजस्वी सूर्या को टिकट दिया गया था। फिलहाल इंदिरा कैंटीन के वर्तमान कैटरर शेफटॉक और रिवॉर्ड का कॉन्ट्रैक्ट पिछले साल 15 अगस्त को खत्म हो चुका है।
दिसंबर महीने में इंदिरा कैंटीन के चारों जोन के लिए टेंडर बुलाए गए। ईस्ट जोन के लिए गिरिजा शास्त्री मेमोरियल ट्रस्ट तो बाकी तीन जोन के लिए शेफटॉक और रिवॉर्ड्स सबसे कम बोली लगाने वालों में से उभरकर सामने आए। हालांकि शेफटॉक और रिवॉर्ड्स के खिलाफ सरकार से अधिक सब्सिडी वसूलने और खराब क्वॉलिटी का भोजन उपलब्ध कराने के चलते केस चल रहा है।
इस वजह से तीनों जोन के लिए उनसे कॉन्ट्रैक्ट वापस लिया जाएगा और कहा जा रहा है कि अदम्य चेतना को ही बेंगलुरु में सभी इंदिरा कैंटीन की बागडोर मिलेगी। बीबीएमपी कमिश्नर बीएच अनिल कुमार ने बताया वर्तमान के दोनों कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ चल रही जांच के चलते उनकी दावेदारी खत्म होगी। इंदिरा कैंटीन की शुरुआत 2017 में तत्कालीन सिद्धारमैया सरकार ने की थी। यह शहरी गरीबों को कम दाम में अच्छी क्वॉलिटी वाला भोजन उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई थीं। वहीं अदम्य चेतना एनजीओ बेंगलुरुवासियों के बीच काफी चर्चित है। पिछले कई साल से तेजस्विनी का यह एनजीओ लाखों बच्चों के लिए जीरो-वेस्ट बायो किचन में मिड-डे मील तैयार कर रहा है।
रीजनल साउथ
इंदिरा कैंटीन में लगेगा भगवा तड़का, अनंत की पत्नी के एनजीओ को मिला ठेका