एमआरआई स्कैन से चलेगा ब्रेस्ट कैंसर का पता
महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर जिम्मेदार है। बताया गया कि अगर समय रहते या समय से पहले इस बीमारी की पहचान हो जाए तो होने वाली मौतों की संख्या को कम कर सर्वाइवल रेट को बढ़ाया जा सकता है। ये नई खोज डॉक्टरों के काफी काम आ सकती है। दरअसल, अब ब्रेस्ट कैंसर को समय से पहले पहचाना जा सकेगा। अमेरिका में मेमोरियल स्लोआन केटरिंग कैंसर सेंटर के अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग स्कैन की मदद से ब्रेस्ट कैंसर का पता पहले ही लगाया जा सकता है। अनुसंधानकर्ताओं ने मरीजों के ब्रेस्ट में हेल्दी सेल्स यानी कोशिकाओं की तुलना कैंसर ग्रस्त कोशिकाओं और गैर कैंसरकारी कोशिकाओं से की। अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि बायोमार्कर में विभिन्न अंतरों का पता पोजिट्रॉन एमिशन टॉमोग्राफी या एमआरआई स्कैनिंग से किया जा सकता है। बता दें कि यह रिसर्च 'जर्नल ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन' में प्रकाशित की गई है। जिसमें उन्होंने 141 रोगियों को शामिल किया था। इन सभी के लिए एमआरआई स्कैन या पीईटी तकनीक का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि अब ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए मैमोग्राफी का इस्तेमाल किया जाता है जिसकी मदद से ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की मौत के मामले में करीब 30 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है। लेकिन मैमोग्राफी की सेंसिटिविटी भी काफी लिमिटेड है और वैसी महिलाएं जिनके ब्रेस्ट टीशू काफी डेंस है उसमें यह बेहतर तरीके से काम नहीं कर पाता है।
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एमआरआई स्कैन से चलेगा ब्रेस्ट कैंसर का पता