दिल्ली विस चुनाव में 133 प्रत्याशी अपराध पृष्ठभूमि वाले, तो 16 बिना पढ़े-लिखे
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर लगभग 672 उम्मीदवार अपनी किस्मत अजमाने चुनावी मैदान में दस्तक दे रहे हैं। इनमें से लगभग 20 प्रतिशत (133) उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं। इनमें से 104 तो ऐसे हैं जिन पर हत्या, अपहरण, बलात्कार और महिलाओं के ऊपर अत्याचार जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। 16 प्रत्याशी ऐसे हैं जो पढ़े-लिखे नहीं। जबकि 115 उम्मीदवार 5वीं से 8वीं क्लास तक ही पढ़े हैं। यह खुलासा दिल्ली इलेक्शन वॉच (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) नामक एक संगठन ने किया है। संगठन के पदाधिकारियों ने सभी प्रत्याशियों द्वारा नामांकन के दौरान दिए गए शपथपत्रों के विश्लेषण के बाद यह खुलासा किया है।
दिल्ली इलेक्शन वॉच द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, 672 प्रत्याशियों में से 36 प्रतिशत (243) उम्मीदवार करोड़पति हैं। यानी इनकी दौलत एक करोड़ रुपये से अधिक है। 105 उम्मीदवारों की संपत्ति 5 करोड़ रुपये से अधिक है। 72 कैंडिडेट्स की संपत्ति 2 करोड़ से पांच करोड़ रुपये के बीच है। राजनीतिक पार्टियों के हिसाब से करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या देखी जाए, तो कांग्रेस उम्मीदवारों की तादाद अधिक है। इस पार्टी से करीब 83 प्रतिशत उम्मीदवार अमीर हैं। दूसरे नंबर पर आप और तीसरे नंबर पर भाजपा के उम्मीदवार हैं। अमीर प्रत्याशियों के अलावा कुछ ऐसे भी हैं, जिन पर देनदारियां काफी अधिक हैं। इस कैटिगरी में पटेल नगर विधानसभा क्षेत्र से आप के उम्मीदवार राजकुमार आनंद पहले स्थान पर हैं। इनपर करीब 32 करोड़ रुपये की देनदारी है। रिपोर्ट बताती है कि 115 ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन्होंने केवल मिडल स्कूल तक की पढ़ाई की है। 16 पढ़े-लिखे ही नहीं। ग्रैजुएट उम्मीदवारों की संख्या 298 है। विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक महिला उम्मीदवार उतारने वाली पार्टी कांग्रेस है। दूसरे नंबर पर आप। सबसे कम महिला उम्मीदवार भाजपा ने इस बार उतारे हैं। कांग्रेस ने 10 महिलाओं को टिकट दी है। आप ने 9 और भाजपा ने 6 महिलाओं को टिकट दिया है।
रीजनल नार्थ
दिल्ली विस चुनाव में 133 प्रत्याशी अपराध पृष्ठभूमि वाले, तो 16 बिना पढ़े-लिखे