समाजवादी नेता शरद यादव ने अंतरिम बजट के नाम पर मोदी सरकार द्वारा पूर्ण बजट पेश करने को हास्यास्पद बताते हुये कहा है कि पेश बजट में किये गये बड़े बड़े वादों के मद्देनजर यह सवाल उठना लाजिमी है कि आगामी मई में मोदी सरकार के सत्ता से हटने के बाद इन वादों को कौन पूरा करेगा। यादव ने एक बयान में कहा कि इस बजट प्रस्ताव में कुछ घोषणायें आय व्यय आदि का ध्यान रखे बिना ही कर दी गयीं। इससे साफ है कि यह बजट केवल अगले आम चुनाव को ध्यान में रखकर ही घोषित किया है। उन्होंने कहा कि जनता सरकार की मंशा से बखूबी वाकिफ है। सत्तारूढ़ दल झूठे वादे करने में माहिर है। इसीलिये सरकार ने ५ साल पहले किये गये वादों की पूर्ति का इस बजट में कोई जिक्र नहीं किया है। यादव ने कहा कि बजट में आम आदमी के लिये कोई लाभप्रद प्रावधान नहीं किये गये हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जनता अब सत्तारूढ़ भाजपा के जुमलों के झांसे में नहीं आयेगी।