वोट के खातिर रोहिंग्या और बांग्लादेशियों का स्वागत करती हैं ममता: दिलीप घोष
भाजपा सांसद दिलीप घोष ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर सवाल खड़े कर दावा किया कि पश्चिम बंगाल में वोट की खातिर रोहिंग्या और बांग्लादेशियों का स्वागत होता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ‘वापस जाओ’ के नारे लगाते हैं।घोष ने कहा कि सीएए की सबसे ज्यादा जरूरत पश्चिम बंगाल को थी जहां बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए प्रताड़ित लोग लंबे समय से न्याय का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं, लेकिन बांग्लादेश और पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों पर जब अत्याचार होता है तो कोई प्रदर्शन नहीं होता है।
घोष ने कहा कि बंगाल में सीएए विरोधी सभाओं एवं जुलूसों के लिए आराम से इजाजत दी जाती है, लेकिन प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करने के कार्यक्रम को इजाजत नहीं मिलती।बंगाल में ममता वोट की खातिर रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों का स्वागत होता है, लेकिन प्रधानमंत्री और राज्यपाल के लिए ‘वापस जाओ’ के नारे लगते हैं। जदयू के राजीव रंजन सिंह ने कहा कि सीएए को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। राजनीति करनी चाहिए, लेकिन देश की एकता और अखंडता के नाम राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज दिया जाना चाहिए।
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वोट के खातिर रोहिंग्या और बांग्लादेशियों का स्वागत करती हैं ममता: दिलीप घोष