मिशन गगनयान के अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण रूस में हुआ शुरू
अंतरिक्ष के बहुआयामी अभियान के लिए गगनयान मिशन के लिए चुने गए चारों एयरफोर्स पायलटों ने रूस में अपना प्रशिक्षण आरंभ कर दिया है। ये चारों शुक्रवार को रूस के लिए रवाना हुए थे। इन चारों का प्रशिक्षण रूस के गैगरिन रिसर्च एंड टेस्ट कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर (जीसीटीसी) में होना है। इन चारों को स्क्रीनिंग के जरिए चुना गया था। सोमवार को रूस की एजेंसी ग्लावकॉसमॉस ने जारी एक बयान में कहा, 'जीसीटीसी ने भारतीयों का ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू कर दिया है। ऐसा ग्लावकॉसमॉस और इसरो के ह्यूमन स्पेसफ्लाइट सेंटर के बीच हुए अनुबंध के अंतर्गत किया जा रहा है।' 12 महीने के इस प्रशिक्षण कार्यकम में इन पायलटों को फिजिकल प्रैक्टिस के साथ बायोमेडिकल ट्रेनिंग भी कराई जाएगी। ग्लावकॉसमॉस ने आगे बताया कि इन लोगों को रूसी स्पेसशिप सोयुज के सिस्टम को भी बारीकी से समझने का मौका दिया जाएगा। इसके अलावा इन्हें 11-76 एमडीके एयरक्राफ्ट में भारहीनता (जीरो ग्रेविटी) का अभ्यास भी करना होगा। गौरतलब है कि भारत ने अपने पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन को मिशन गगनयान नाम दिया है। इस अभियान का मकसद भारतीयों (गगनयात्रियों) को अंतरिक्ष यात्रा पर भेजकर उन्हें सुरक्षित वापस लाना है। गगनयान के लिए इंडियन एयरफोर्स के 12 पायलटों को चुना गया था। बताया जाता है कि इन्हें करीब 60 उम्मीदवारों के बीच से चुना गया था। इसरो का महत्वकांक्षी अभियान 2022 के लिए प्रस्तावित है।
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मिशन गगनयान के अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण रूस में हुआ शुरू