बिजनेस में कुशल प्रबंधन की पढ़ाई के लिए विख्यात भारतीय प्रबंध संस्थान, अहमदाबाद (आईआईएम-ए) में शनिवार को 54वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। यह आयोजन ऐतिहासिक रहा क्योंकि लगभग आधी सदी बाद पहली बार स्टूडेंट्स को एमबीए की डिग्री दी गई। इस बार स्टूडेंट्स को पोस्ट ग्रैजुएट प्रोग्राम में मैनेजमेंट डिप्लोमा की जगह मास्टर्स इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री दी गई। ज्ञात हो कि दिसंबर 2017 में आईआईएम एक्ट 2017 कानून बना था। इसके बाद आईआईएम अहमदाबाद में पहली बार एमबीए की डिग्री दी गई है। इससे पहले आईआईएम कोलकाता और आईआईएम बेंगलुरु ने भी अपने पिछले दीक्षांत समारोह में एमबीए की डिग्री दी थी। सूत्रों की मानें तो पिछले सेशन के स्टूडेंट्स ने भी एमबीए की डिग्री की मांग की थी लेकिन इंस्टीट्यूट ने कहा था कि यह मुमकिन नहीं है। खबर है कि अब संस्थान अपनी फीस बढ़ाने की भी सोच रहा है। आईआईएम अहमदाबाद के डायरेक्टर इरोल डीसूजा ने कहा कि गवर्निंग काउंसिल एमबीए कोर्स में 4.5 प्रतिशत फीस की बढ़ोतरी के लिए राजी है। इस बढ़ोतरी के साथ अब इस कोर्स की फीस 21 लाख रुपये से बढ़कर 22 लाख रुपये हो जाएगी। डायरेक्टर का कहना है कि बढ़ती मंहगाई को देखते हुए कोर्स की फीस बढ़ाए जाने का फैसला लिया जा रहा है।