ईवीएम मशीनों को लेकर पिछले कई माह से विवाद चल रहा है सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लोकसभा के चुनाव में वीवीपैट मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। ईवीएम मशीन के साथ अब वीवीपैट मशीनों के लग जाने से मतदाता को यह जानकारी होगी। जिस उम्मीदवार को उसने वोट दिया है। वोट उसी को मिला है। उसकी पर्ची वहां पर एकत्रित होंगी।
42 राजनीतिक दलों ने मिलकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। जिसमें कहा गया है कि वीवीपैट से निकली हुई पर्चीयों की 50 फ़ीसदी की अनिवार्य रूप से गिनती कराई जाए। यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
राजनीतिक दलों द्वारा लगातार चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट में लगातार गिनती कराने की मांग की जा रही है जिससे इस लोकसभा चुनाव में ईवीएम मशीनों की अग्नि परीक्षा संभव हो सकेगी
वीवीपैट मशीनों के लग जाने से अब फोन मतगणना या उम्मीदवार की शंका होने पर पंछियों के माध्यम से मतगणना करना अब मुश्किल भी नहीं है। चुनाव आयोग को भी निष्पक्ष चुनाव और निष्पक्ष भूमिका को देखते हुए मतदाता पर्ची जो प्रिंट होकर एकत्रित होती हैं उनकी गिनती अब की जा सकती हैं ऐसा होने पर ईवीएम मशीनों पर भरोसा जताया जा सकता है।
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ईवीएम की अग्नि परीक्षा होगी लोकसभा चुनाव में