मनोबढ बढाना है तो फ्री में कुछ खिलाइए कर्मचारियों को
-रीसर्च की मानें तो इससे बढ़ती है प्रॉडक्टिविटी
आपको जानकर यह हैरानी होगी कि अगर किसी बोरिंग सी मीटिंग में हताश बैठे एंप्लॉयी का मनोबल बढ़ाना है तो उन्हें फ्री में कुछ खाने के लिए ऑफर करना सबसे बेहतरीन तरीका है। हालांकि रीसर्च की मानें तो इससे प्रॉडक्टिविटी भी बढ़ती है। साइकॉलजिस्ट डैन एरियली ने एक स्टडी में बताया कि पिज्जा ऑफर करना कर्चमारियों के लिए बिल्कुल इंसेंटिव की तरह ही होता है। स्टडी एक सेमीकंडक्टर फैक्ट्री में की गई, इसमें उन्होंने वर्किंग वीक की शुरुआत में काम करने वालों को तीन मेसेज भेजे, यह देखने के लिए कि कौन से मेसेज से वे ज्यादा मोटिवेट होते हैं। पहले मेसेज में उन्हें करीब 2000 रुपये तक का कैश बोनस ऑफर किया गया, दूसरे में कहा गया कि बॉस उनकी तारीफ करेंगे और तीसरे में उन्हें फ्री पिज्जा वाउचर देने का आश्वासन दिया गया। एक दिन के बाद ही पिज्जा वाला मेसेज सबसे ज्यादा मोटिवेट करने वाला साबित हुआ। देखा गया कि जिन्हें मेसेज नहीं किया गया था उनकी अपेक्षा मेसेज पाने वालों का प्रोडक्टिविटी लेवेल 6,7 फीसदी बढ़ा था। तारीफ वाले मेसेज का भी कुछ हद तक ऐसा ही असर दिखा, इसमें प्रॉडक्टिविटी 6।6 फीसद तक बढ़ी देखी गई। मजेदार बात यह रही कि कैश बोनस वाले मेसेज से वर्कर्स सिर्फ 4,9 फीसदी मोटिवेट हुए और पैसे मिलने के दो दिन बाद वही वर्कर्स 13,2 फीसदी कम प्रॉडक्टिव हो गए। जब पूरे सप्ताह का प्रॉडक्टिविटी लेवेल देखा गया तो सामने आया कि तारीफ ने पिज्जा से भी ज्यादा मोटिवेट किया था।
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मनोबढ बढाना है तो फ्री में कुछ खिलाइए कर्मचारियों को