ट्रंप के भारत दौरे से पहले शिवसेना ने केंद्र को दी नसीहत
- शिवसेना ने कहा- भारत के अमेरिकी व्यापार को लगा है जबरदस्त झटका
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 फरवरी को भारत आ रहे हैं। इस दौरान वे अहमदाबाद और नई दिल्ली में रहेंगे। ट्रंप की इस यात्रा पर शिवसेना ने केंद्र सरकार को नसीहत दी है। शिवसेना ने लिखा है कि अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रंप अपने मनमौजी व्यवहार के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं। दस दिन बाद भारत के दौरे पर आने के पहले ट्रंप ने फिर से एक बार अपनी उसी अदा का परिचय दिया है। इस बार उनका ये व्यवहार उनके बोलने से नहीं, बल्कि उनके कृत्य से सामने आया है। भारत में ट्रंप का जोरदार स्वागत करने के लिए कालीन बिछाई जा रही है। इसी दौरान अमेरिका ने विकासशील देशों की सूची से भारत का नाम हटा दिया है। विश्व व्यापार संगठन के कंधे पर बंदूक रखकर अमेरिका की व्यापार प्रतिनिधि समिति (यूएसटीआर) ने विकासशील देशों की सूची से भारत का नाम अलग कर दिया है। इसे भारत के लिए बड़ा आर्थिक झटका कहा जा सकता है। विकासशील देश होने के नाते भारत को आज तक अपने उत्पादन और निर्यात के लिए अमेरिका से टैक्स में बड़ी छूट मिलती थी। अब भारत के अमेरिकी व्यापार को जबरदस्त झटका लगा है। अमेरिका से टैक्स में सब्सिडी मिलने के दरवाजे बंद होने के कारण कई वस्तुओं के निर्यात हेतु भारत को बड़ी रकम खर्च करनी पड़ेगी। सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि भारत के सारे वैश्विक व्यापारियों को भी इसका दुष्परिणाम भोगना होगा। विकासशील देशों को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) व्यापार वृद्धि के लिए सब्सिडी या सहूलियत देता है। ये सहूलियतें ट्रंप के आंखों की किरकिरी बनी हुई थीं। इसीलिए भारत, चीन और दक्षिण कोरिया सहित कई देशों को विकासशील देशों की सूची से अमेरिका ने बाहर कर दिया है।
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