लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही तमाम राजनीतिक दल अब आम मतदाताओं को अपनी ओर खींचने के लिए चुनावी अभियान शुरु कर चुके हैं। दलों के स्टारप्रचारक जनता के बीच आम सभाएं करके अपनी पार्टी की विचारधारा और विकास की बातों को लेकर चर्चा कर रहे हैं। एक ओर जहां कांग्रेस को राजनीतिक रूप से मजबूत करने के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी में गंगा यात्रा और सांची संवाद जैसे अभियानों की शुरुआत की है, वहीं दूसरी ओर पीएम नरेंद्र मोदी आगामी 28 मार्च से देशभर में कई बड़ी रैलियों को संबोधित करने की तैयारी में हैं।
हाल ही में नरेंद्र मोदी ने 22 राज्यों की करीब 100 लोकसभा सीटों पर रैलियों को संबोधित किया है, जिसके बाद अब भाजपा उनके कई और कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी कर रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम अपनी शुरुआती सभाओं के लिए उन क्षेत्रों में जाएंगे, जहां 11 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है। भाजपा के इस प्रचार अभियान की कमान पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को सौंपी गई है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज नियमित रूप से अलग-अलग कैंपेन टीमों के साथ बैठक कर प्रचार अभियान को अंतिम रूप देने की तैयारी कर रहे हैं। इसके अलावा पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी प्रादेशिक संगठन के साथ पीएम सहित अन्य स्टार प्रचारकों के कार्यक्रमों की रूपरेखा निर्धारित की जा रही है, जिससे चुनावी समय में ज्यादा से ज्यादा वोटरों तक पार्टी का संदेश पहुंचाया जा सके।
चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी अलग-अलग रैलियों के माध्यम से देश के 100 से अधिक लोकसभा सीटों को कवर कर चुके हैं। इसके अलावा भाजपा प्रमुख अमित शाह भी करीब 45 रैलियों को संबोधित कर चुके हैं। शाह ने 130 लोकसभा सीटों पर कार्यकर्ताओं से संवाद कर उनका फीडबैक लिया है और यह माना जा रहा है कि इन सभी के आधार पर भाजपा अब अपनी डिटेल्ड चुनावी स्ट्रैटजी को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पीएम जल्द ही विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के अलग-अलग हिस्सों में आम लोगों के साथ संवाद अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके बाद 28 मार्च से आम लोगों के बीच कई जनसभाओं का आयोजन किया जाएगा।
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पीएम मोदी 28 मार्च से शुरू करेंगे तूफानी चुनावी दौरे - अंतिम तैयारियों में जुटी भाजपा