बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं करे ऐलोवेरा का सेवन
यह हो सकता है नुकसान
आयुर्वेदिक औषधि ऐलोवेरा डॉक्टरों की सलाह पर ही खाए, क्योंकि इसके नुकसान भी हो सकते हैं। लखनऊ में लोहिया अस्पताल के एक डर्मेटोलॉजिस्ट का कहना है कि विशेषकर गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को भूलकर भी ऐलोवेरा या उसके जूस का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे गर्भाशय के संकुचन का खतरा रहता है, जिसके चलते गर्भपात या फिर गर्भस्थ शिशु में विकृति हो सकती है। डॉक्टर की सलाह के बिना ऐलोवेरा का सेवन करने से आप डायरिया के शिकार हो सकते हैं। इसके रस में ऐन्थ्राक्विनोन नामक एक केमिकल होता है, जिसकी वजह से डायरिया हो सकता है। ऐलोवेरा में मौजूद लेटेक्स से कोलाइटिस, डायवर्टिकुलोसिस, आंतों में रुकावट, रक्तस्राव, पेद दर्द और अल्सर जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। मालूम हो कि आमतौर पर ऐलोवेरा का प्रयोग खूबसूरती बढ़ाने में किया जाता है। इसके कई नाम हैं जैसे ग्वारपाठा, घृतकुमारी। दुनिया भर में इसकी 200 से अधिक प्रजातियां पाईं जाती हैं। इसके रस में 18 अमीनो एसिड, 12 विटामिन और 20 प्रकार के खनिज पाए जाते हैं। ऐलोवेरा का रस डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए। ऐलोवेरा हर व्यक्ति को सूट नहीं करता। कई बार इसके सेवन से त्वचा संबंधी बीमारियां, दाने, पित्त, खुजली, सूजन, सांस लेने में कठिनाई सीने में दर्द, गले में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आरोग्य
बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं करे ऐलोवेरा का सेवन