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 दिल्ली हिंसा : देश तोड़ने की बात करने वालों से कोई सवाल नहीं पूछ रहा: कपिल मिश्रा

 दिल्ली हिंसा : देश तोड़ने की बात करने वालों से कोई सवाल नहीं पूछ रहा: कपिल मिश्रा

 दिल्ली हिंसा : देश तोड़ने की बात करने वालों से कोई सवाल नहीं पूछ रहा: कपिल मिश्रा
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा से पहले भड़काऊ बयान देने के आरोपी भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने 'आप' पार्षद ताहिर हुसैन की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन लोगों से कोई सवाल नहीं पूछा जा रहा है जो देश को तोड़ने की बात कर रहे हैं या जिनकी छत पर पेट्रोल बम पाए गए थे। लेकिन जिस व्यक्ति ने केवल सड़क खोलने के लिए अनुरोध किया था जिसकी वजह से 35 लाख लोगों को असुविधा हो रही थी उसे आतंकवादी कहा जा रहा है। कपिल मिश्रा ने कहा कि मैंने कोई भड़काऊ बयान नहीं दिया था। मैं रास्ता साफ करवान के लिए एक पुलिस अधिकारी से बात कर रहा था। यदि आप सड़क खुलवाने वालों को आतंकवादी कहते हैं तो यह आपके पूर्वाग्रह को दर्शाता है। फिलहाल यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है और मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा का कहना है कि हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थिति अब सामान्य है। आज कोई घटना नहीं हुई। पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। 48 एफआईआर अब तक दर्ज की गई हैं और एफआईआर दर्ज की जा रही हैं। मामले की जांच जारी है। अब तक 350 अमन कमेटी की बैठकें हो चुकी हैं। रंधावा ने कहा कि हम सभी व्यक्तिगत मामलों को भी देखेंगे। जांच चल रही है। हमारे पास कई फुटेज हैं। जैसे-जैसे सभी मामलों में जांच आगे बढ़ेगी, हम विवरण साझा करेंगे। हम सभी एंगल से जांच कर रहे हैं।
मालूम हो कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) को लेकर हुई साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। यह संख्या बुधवार तक 27 थी, जिसमें से 25 लोगों की मौत दिलशाद गार्डन स्थिति जीटीबी अस्पाल में हुई थी। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जीटीबी अस्पताल में पांच और एलएनजेपी में एक और व्यक्ति की मौत हो गई। जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में भी गुरुवार को एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया, जिससे कुल मृतक संख्या 34 तक पहुंच गई। लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) में बुधवार को एक व्यक्ति की मौत इलाज के दौरान हो गई थी और एक को वहां लाते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित किया था। अस्पताल में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि एलएनजेपी में हिंसा के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से 50 से अधिक लोगों को लाया गया था। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

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