
इंग्लैंड में 30 मई से शुरू होने वाले विश्व कप में भारतीय बल्लेबाजी क्रम में चौथे स्थान पर कौन उतरेगा यह अभी तय नहीं है। इंडियन प्रीमियर लीग के पहले तीन सप्ताह में शायद इससे पर्दा उठे। भारतीय टीम अगर विश्व कप में ऑलराउंड विजय शंकर को अवसर देती है तो उन्हें चौथे क्रम पर उतारा जा सकता है। विश्व के लिए टीम की घोषणा 15 से 20 अप्रैल के बीच हो सकती है। टीम प्रबंधन विजय शंकर के तकनीक से प्रभावित है और इससे भी जरूरी बात यह है कि वह दबाव की स्थिति झेल सकते है हालांकि इस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए शंकर को सबसे बड़ी चुनौती अंबाती रायुडू से मिलेगी।
रायुडू का एकदिवसीय में औसत 47 से ज्यादा का है, लेकिन वह लय में नहीं हैं। रायुडू ने वेलिंग्टन में 90 रन की पारी खेलने के बाद उस तरह का प्रदर्शन नहीं किया जिससे उन पर भरोसा किया जा सके। अगर वह आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करें तो उनके लिए हालांकि चीजे बदल सकती है। उनके बारे में आम धारणा है कि उन्होंने जो भी बड़ी पारियां खेली है उनमें ज्यादातर कमजोर गेंदबाजी के खिलाफ खेली गयी हैं। दूसरी ओर शंकर के साथ फायदे की बात यह कि वह कभी भी बड़ा शॉट लगा सकते हैं और कम से कम पांच ओवर गेंदबाजी भी कर सकते है। उन्होंने कहा, ‘शंकर को टीम में शामिल करने को लेकर दो तरह से देखा जा सकता है। फायदे की बात यह है कि वह स्ट्राइक रोटेट करने के साथ बड़ा शॉट खेलने में सक्षम है। वेलिंग्टन में उन्होंने दिखाया कि वह स्विंग गेंदबाजी का भी अच्छे से सामना कर सकते है। जो बात उनके खिलाफ जाती है वह यह है कि उन्होंने सिर्फ 9 एकदिवसीय खेले हैं।’
वहीं हार्दिक पंड्या टीम में 7वें क्रम पर बल्लेबाजी करेंगे और 5वें गेंदबाज का कोटा उनके साथ शंकर और केदार जाधव को पूरा करना होगा।