बॉलिवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी ने कहा कि बहुत सारे लोग प्यार करने वाले हैं और वह ऐसा महसूस कर रहे हैं कि मेरे जरिए पदमश्री सम्मान उन्हें खुद मिला है। बता दें कि वाजपेयी के नाम भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म श्री की घोषणा की गई। इस सम्मान की घोषणा के बाद मीडिया से हुई बातचीत में मनोज बाजपेयी ने कहा कि इस सम्मान की घोषणा से मेरे करीबियों और चाहने वालों की खुशी देखकर उनकी खुशी दुगनी हो गई है। बाजपेयी कहते हैं, 'माता-पिता, पत्नी, दोस्त-यार, जानने-पहचानने और मुझे चाहने वालों को खुश देख कर मेरी खुशी दुगनी हो जाती हैं। इस तरह के सर्वोच्च सम्मान के मिलने से ऐसा लगता है, कला के क्षेत्र में 25 साल दिए और बहुत अच्छा हुआ कि इतने उतार-चढ़ाव देखने को मिले, तभी तो इतने लोगों का प्यार मिलता है।' मनोज कहते हैं, 'पद्म श्री का सम्मान किसी फिल्म में आपका परफॉर्मेंस देखकर नहीं दिया जाता, बल्कि आपके जीवन का पूरा परफॉर्मेंस देखकर दिया जाता है। यह देखा जाता है कि देश का नागरिक होने के नाते आपका व्यवहार कैसा रहा। सिनेमा और समाज में आपका योगदान कैसा रहा। इस सब चीजों को देखने के बाद यह सम्मान दिया जाता है। सम्मान किसी भी अवॉर्ड से बड़ा होता है।अपने शुरुआती दिनों में एनएसडी में प्रवेश के लिए रात-दिन मेहनत करने वाले मनोज बताते हैं, 'मेरे जीवन में राष्ट्रिय नाट्य विद्यालय का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मैं जब भी एनएसडी में प्रवेश लेने की तैयारी करता तो खूब पढ़ाई और थियेटर कर लेता था। मैं तीन बार रिजेक्ट हुआ था। जब चौथी बार मैं वहां प्रवेश लेने की बात सोच रहा था तब, उन लोगों ने कहा कि आपका थिअटर की दुनियां में बड़ा नाम है। आप यहां पढ़ने नहीं पढ़ाने आ जाइए। मैंने वहां पढ़ने और पढ़ाने वालों से खूब सीखा है।' इस सम्मान के असली हकदार मुझे मनोज बाजपेयी बनाने वाले लोग हैं। मैं सभी से यही कहूंगा कि वह आगे भी मुझपर अपना आशीर्वाद बनाए रखें।'
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मेरे जरिए यह सम्मान मेरे चाहने वालों को खुद मिला -पद्म श्री मिलने पर अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा