बच्चे सीधे-शांत हो तो यह गलत है
-इससे पता चलता है कि पैरेंटस में ही कोई समस्या है
माता-पिता को लगता है कि बच्चे एकदम सीधे-शांत हो तो इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती है। लेकिन यह गलत है। दरअसल अगर बच्चा हमारी हर उम्मीद पर खरा उतरे तो ये बताता है कि हमारी पेरेंटिंग में कोई समस्या है। हम आपसे शेयर कर रहे हैं कि अक्सर किन कारणों से बच्चा आदर्श बच्चा बनने की कोशिश करता है। वो अच्छा बच्चा इसलिए अच्छा नहीं है कि ये बच्चों का स्वभाव है। हो सकता है कि वो सिर्फ इसलिए अच्छा है क्योंकि उस नहीं पता कि इसके अलावा क्या हुआ जा सकता है। इस तरह के ढेरों मामले हैं, जिनमें बच्चा सिर्फ इसलिए अच्छा होने की कोशिश करता है क्योंकि माता-पिता दिनभर लड़ते-झगड़ते रहते हैं। खुद के सारे काम सही वक्त पर कर लेता है क्योंकि उस पर ध्यान देने के लिए कोई और नहीं है। हो सकता है कि माता-पिता दिनभर बिजी रहते हैं और अच्छा बनकर बच्चे उनका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हों। बच्चा किसी प्रेरणा के अभाव में भी जो आप कहें, वो मान लेता है। यानी उसे थोड़ा खुलने की जरूरत है।बचपन खो जाने के लॉन्ग टर्म साइड इफैक्ट्स हैं, अतिरिक्त सीधा और ओबिडिएंट होना बच्चे के अच्छे होने का लक्षण नहीं, बल्कि इससे ये पता चलता है कि कहीं न कहीं कोई समस्या है, चाहे आपमें या फिर बच्चे के एकदम निजी सर्कल में। उससे बात कर समस्या की तह तक पहुंचने की कोशिश करें। उसे आश्वस्त करें कि आप हमेशा उसके साथ हैं। इसका मतलब ये नहीं कि आप उसे बदमाशियां करने के लिए बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि आप उसके बचपन को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। यूं तो आपके बच्चे अपना होमवर्क वक्त पर पूरा कर लेते हैं, माता-पिता को टीचर मीट में कभी कोई शिकायत सुनने को नहीं मिली। उन्होंने कभी कोई सामान नहीं तोड़ा। आपका बच्चा भी ऐसा है, तो फिर तो वो आपके लिए किसी मैडल से कम न होगा!
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बच्चे सीधे-शांत हो तो यह गलत है -इससे पता चलता है कि पैरेंटस में ही कोई समस्या है