जापान में इन दिनों महिलाओं ने ड्रेसकोड में अनिवार्य हाई हील्स के विरुद्ध हैशटैग कू-टू अभियान का मोर्चा खोल दिया है। जापान में पश्चिमी देशों में शुरू हुए हैशटैग मी-टू अभियान की तरह ही हैशटैग कू-टू चल रहा है। जापान के दफ्तरों में महिलाओं को हाई हील्स पहनना अनिवार्य है। हाई हील के कारण कई बार महिलाओं को कई तरह की शारीरिक परेशानी भी होती है। मीडिया के अनुसार, इसी के विरोध में महिलाओं ने सोशल मीडिया पर यह अभियान शुरू किया है। दफ्तरों में अनिवार्य ड्रेसकोड और महिलाओं के लिए हाई हील्स अनिवार्य रहने के विरोध में यह अभियान चलाया जा रहा है। जापान में ड्रेसकोड और हाई हील्स के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान को सोशल मीडिया पर काफी समर्थन मिल रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स हाई हील्स और फॉर्मल ड्रेस कोड अनिवार्य रखने को पुरानी सामंती मानसिकता को ही आगे ले जानेवाली परंपरा बताई जा रही है। हाई हील्स के विरोध में महिलाओं का तर्क है कि इससे एड़ी में दर्द, कमर दर्द जैसी कई शारीरिक तकलीफों से भी गुजरना पड़ता है। महिलाओं ने इसके विरोध में लिखा, 'जूते पहनने की बाध्यता नहीं होनी चाहिए। यह एक तरह की औरत विरोधी मानसिकता है, जिसमें महिलाओं को स्वास्थ्य की अनदेखी कर हाई हील्स पहनने पड़ते हैं। जापान के दफ्तरों में महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए ही ड्रेसकोड अनिवार्य है। पुरुषों को भी फॉर्मल ड्रेसकोड के साथ क्लीनशेव रहना अनिवार्य है। महिलाओं के ड्रेसकोड में हाई हील्स भी अनिवार्य है।