राजधानी के भोज मुक्त विश्वविद्यालय में मास्टर ऑफ लॉ (एलएलएम) फायनल ईयर के पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट अभी तक जारी नहीं हो सका है, जबकि रिजल्ट जारी हुए करीब 5 महीने का समय व्यतीत हो चुका है। अब एक छात्र ने कुलपति को आवेदन देकर गुहार लगाई है कि उसके एक विषय का पुनर्मूल्यांकन किया जाए, जबकि विवि के एलएलएम का परीक्षा परिणाम अक्टूबर में आया था। इसके 15 से 20 दिनों में ही पुनर्मूल्यांकन कर रिजल्ट जारी कर दिया जाता है, लेकिन विवि ने पांच माह बीत जाने के बाद भी अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किया है। इसमें करीब पांच विद्यार्थियों को एक या दो नंबर से फेल कर दिया गया था। इनका परीक्षा परिणाम 25 अक्टूबर 2018 को घोषित किया गया था। इसके बाद कई विद्यार्थियों ने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया था, लेकिन अभी तक विवि ने रिजल्ट घोषित नहीं किया। जबकि यह नियम है कि रिजल्ट घोषित होने के बाद पुनर्मूल्यांकन के लिए विद्यार्थी आवेदन करते हैं और 15 से 20 दिनों में परिणाम जारी कर दिया जाता है।
छात्र ने कुलपति को आवेदन देकर जल्द ही पुनर्मूल्यांकन कराने की मांग की है। हालांकि विवि का कहना है कि एक्सपर्ट न मिलने के कारण कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन समय से नहीं हो सका। अब एक या दो दिन में रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। विवि ने परीक्षा परिणाम में फेल 5 परीक्षार्थियों को पुनर्मूल्यांकन के माध्यम से पास करवाने की तैयारी कर ली है। उधर विवि ने इस साल पीजी के 26 कोर्स को यूजीसी द्वारा बंद करने का निर्णय लिया है। इसमें मास्टर ऑफ लॉ के कोर्स को भी बंद कर दिया गया है। इसमें 10 से 15 विद्यार्थी अध्ययनरत थे, जिसमें करीब 5 विद्यार्थियों को एक या दो विषय में एक या दो नंबर से फेल किया गया है। इस कारण विद्यार्थियों ने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन दिया था। इस बारे में भोज विवि के डायरेक्टर अरुण चौहान का कहना है कि यह नियम तो है कि 15 से 20 दिनों में पुनर्मूल्यांकन का कार्य कर लिया जाता है, लेकिन कई बार एक्सपर्ट नहीं मिलने के कारण भी देरी होती है। एलएलएम फाइनल के पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट एक-दो दिन में घोषित कर दिया जाएगा। यह कोर्स भी बंद हो गया है तो पुराने विद्यार्थियों को निकालना भी है।
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भोज मुक्त विवि में नहीं हुआ पुनर्मूल्यांकन 5 महीने पहले हो चुका रिजल्ट घोषित, छात्र परेशान